कांग्रेस नेता शशि थरूर ने दावा किया है कि पाकिस्तान भारत के सामने युद्ध में सिर्फ चार दिनों तक टिक पाएगा। पाकिस्तान की कमजोर अर्थव्यवस्था और सेना की आपूर्ति समस्याओं के चलते उसकी हार निश्चित है। पाकिस्तान आईएमएफ और बाहरी कर्जदाताओं पर निर्भर है, जो जरूरत पड़ने पर उसे फंडिंग मुहैया कराते हैं। लेकिन युद्ध की स्थिति में यह संतुलन पूरी तरह से बिगड़ सकता है।
अगर युद्ध हुआ तो भारत के सामने महज चार दिनों तक नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान, पाकिस्तान की हार के साथ खत्म हो जाएगा। यह आकलन हम आप नहीं बल्कि कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर का दावा है। उन्होंने पाकिस्तान को ललकारते हुए कहा है कि अगर युद्ध हुआ तो उसकी सेना 4 दिन भी नहीं टिक पाएगी और लड़ाई खत्म हो जाएगी।
शशि थरूर का दावा
बता दें कि आपको या हमें इनका दावा पुख्ता नहीं लग रहा हो मगर सच तो यह है कि पाकिस्तान की बिगड़ती अर्थव्यवस्था, ईंधन की कमी से जूझ रही सेना और आपूर्ति श्रृंखला में बढ़ती समस्याओं के कारण पाकिस्तान की तस्वीर कहीं अधिक भयावह और चिंताजनक नजर आती है। पाकिस्तान की सेना कथित तौर पर ईंधन, तेल से लेकर राशन तक की भारी कमी से जूझ रहा है।
भारत को दे रहा गीदड़भभकियां
हालात ये हैं कि पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान ने भारत को धमकाने के लिए सैन्य अभ्यास जोरों पर शुरू कर दिया था, लेकिन कमजोर सप्लाई चेन के चलते भारत के हवाई हमले से पहले ही इनमें कमी कर दी गई। इस बीच बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट में स्वतंत्र विश्लेषकों और पूर्व सैन्य अधिकारियों ने अनुमान लगाया है कि अगर मौजूदा हालात में भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध होता है तो पाकिस्तान का ईंधन और गोला-बारूद का भंडार सिर्फ 3 से 4 दिन तक ही चलेगा।
पाक में आर्थिक संकट
बता दें कि कंगाल पाकिस्तान लंबे समय से आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इसका अंदाजा देश भर पार भारी भरकम कर्ज के आंकड़ों को देखकर लगाया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान पर 131 अरब डॉलर से अधिक का विदेशी कर्ज में डूबा हुआ है। यह कर्ज पाकिस्तान की जीडीपी का करीब 42 फीसदी बताया जा रहा है। पाकिस्तान आईएमएफ और बाहरी कर्जदाताओं पर निर्भर है, जो जरूरत पड़ने पर उसे फंडिंग मुहैया कराते हैं। लेकिन युद्ध की स्थिति में यह संतुलन पूरी तरह से बिगड़ सकता है।