मुंबई, पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु और दिल्ली/एनसीआर में आज ओला-ऊबर टैक्सी सर्विस नहीं मिलेगी। कमाई में गिरावट के विरोध में ओला उबर के ड्राइवर हड़ताल पर हैं। कैब ड्राइवरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। इस हड़ताल को महाराष्ट्र नवनिर्माण वहातूक सेना ने आयोजित किया है। मेट्रो सिटीज में अधिकतर लोग आने जाने के लिए इन कंपनियों की कैब का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अब इनके हड़ताल पर जाने के बाद बड़े शहरों के लोगों के लिए खासी मुसीबत खड़ी हो सकती है।
ओला- उबर चालकों के हड़ताल पर रहने से इन दोनों कंपनियों की सभी सेवाओं पर असर पड़ेगा। इसके चलते आम लोगों को ऑफिस, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और अन्य जरूरी कामों के लिए आना-जाना मुश्किल हो जाएगा। कैब चालकों का कहना है कि वो सोमवार को अपने डिवाइस को सुबह से बंद रखेंगे। इस दौरान केवल कंपनी द्वारा चलाई जा रही कैब ही लोगों को उपलब्ध होगी, जिनकी संख्या काफी कम है। अब ऐसे में लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
टैक्सी सर्विस ओला और ऊबर के ड्राइवर कमाई घटने की वजह से हड़ताल पर जाने की बात कह रहे हैं। महाराष्ट्र नवनिर्माण वाहतूक सेना के संजय नाइक ने कहा कि ओला और ऊबर ने ड्राइवरों को लागत वापस मिलने का आश्वासन दिया था। महीने में 1.5 लाख देने की बात कही गई थी। लेकिन ड्राइवरों को इतने पैसे नहीं मिल रहे। नाइक ने कहा कि कंपनियां ड्राइवरों के कैब की बजाए कंपनी द्वारा चलाए जा रहे कैब को प्राथमिकता दे रही। वहीं, रिपोर्ट के मुताबिक, ऊबर ने हड़ताल की बात से इनकार किया है।
संजय ने दावा किया कि मुंबई में 60 हजार कैब आज बंद रहेंगी। जानकारी के मुताबिक, ओला के एक प्रवक्ता ने कहा है कि मुंबई पुलिस यात्रियों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठा रही है। खराब रेटिंग की वजह से बैन किए गए ड्राइवर को दोबारा काम देने की भी मांग की गई है। नाइक ने यह भी कहा कि कई दूसरे यूनियन भी हड़ताल के समर्थन में हैं। मुंबई टैक्सीमेन यूनियन के महासचिव अल कुदरोस ने कहा कि सरकारी विभाग को परमिट का उल्लंघन करने पर इन कैब कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
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