शिक्षा सुधार के लिए फिर हमारी पार्टी गांव की ओर चलेगी। 30 जनवरी को पार्टी के हर पंचायत में कम से कम एक स्कूल के पास मानव कतार लगाया जायेगा, जिसमें स्कूली बच्चे नहीं होगे बल्कि बच्चों के अभिभावक या गांव के लोग शामिल होंगे। ये बातें आज रालोसपा के राज्य परिषद की बैठक के बाद केन्द्रीय मंत्री एवं पार्टी के सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा आईआईबीएम हॉल में कही। श्री कुशवाहा ने कहा कि राज्य परिषद की बैठक में इनकी पूरी तैयारी की चर्चा हुई।
निजी स्कूलों के मनमानी पर अंकुश लगाया जाये, अगर स्कूल प्रशासन के विरोध में कोई बात आती है तो उस पर कार्रवाई की जायेगी। लालू प्रसाद पर विधिवत कार्रवाई हो रही है वह बच नहीं सकेंगे। अगर वे कहेंगे की जांच एजेंसी पर रूकावट डालेंगे तो उनके लिए यह भ्रम है क्योंकि जांच एजेंसी किसी के दवाब में नहीं होती। उन्हें अपनी संपत्ति की पूरी जानकारी देनी होगी। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी गांव के लोगों को शिक्षा के अधिकार कानून से अवगत करायेगी।
इसके लिए पार्टी कार्यकर्ता टोली बनाकर गांव के चौपाल पर जायेंगे और कानून की पूरी जानकारी के साथ छात्रों के अभिभावकों को अधिकार की जानकारी देंगे। सरकारी स्कूल में करोड़ों रुपये सरकार खर्च कर रही है फिर भी शिक्षा में सुधार नहीं हो रहा है इसलिए छात्रों के अभिभावकों को आगे आना होगा। अब लोगों में फैशन बन गया है कि निजी स्कूलों में पढ़ाई अच्छी होती है लेकिन अब सरकारी स्कूलों में भी पढ़ाई अच्छी हो रही है।
अब लोगों को जागरूक करना होगा और शिक्षकों को पढ़ाई के अलावा किसी काम में काम में नहीं लगाना होगा। इसके लिए भी सरकार को पहल करना होगा। अगर छात्र के अभिभावक जागरूक हो जाये और शिक्षकों को काम में नहीं लगाये तो शिक्षा के गुणवत्ता में चार-चांद लग जायेगा।
उन्होंने कहा कि इस कानून में साफ कहा गया है कि बिना आम लोगों के सहयोग के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात नहीं की जा सकती है। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी, पार्टी के वरीय नेता दशई चौधरी, सांसद रामकुमार शर्मा, विधायक सुधांशु शेखर, उर्मिला पटेल, अजय कुमार, गुडडू सिंह, अनिल यादव, भोला शर्मा, प्रशांत कुमार, डा. सत्यानंद दांगी, अभयानंद सुमन इत्यादि उपस्थित थे।
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