Noida: चीनी नागरिकों की मदद से डिजिटल अरेस्ट कर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार - Punjab Kesari
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Noida: चीनी नागरिकों की मदद से डिजिटल अरेस्ट कर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार

साइबर ठगी: नोएडा में गिरोह का पर्दाफाश, दो आरोपी गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश एसटीएफ की नोएडा इकाई ने सूरजपुर थाना क्षेत्र से एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो चीनी नागरिकों के साथ मिलकर डिजिटल अरेस्ट और गेमिंग तथा ट्रेडिंग ऐप के माध्यम से साइबर ठगी कर रहे थे। इस गिरोह के तीन अन्य सदस्य पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।

एसटीएफ को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक गिरोह ग्रेटर नोएडा में सक्रिय है, जो विभिन्न व्यक्तियों को डिजिटल अरेस्ट का झांसा देकर धोखाधड़ी कर रहा है। इसके बाद एसटीएफ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों अभियुक्तों हर्ष वर्धन (28) और रोहन अग्रवाल (29) को गिरफ्तार कर लिया। हर्ष वर्धन कलिंगा यूनिवर्सिटी से बीए एलएलबी कर रहा है, जबकि रोहन इंटर पास है।

पूछताछ में पता चला कि रोहन की सट्टे के दौरान एक व्यक्ति से मुलाकात हुई, जो चीनी नागरिकों को म्यूल अकाउंट उपलब्ध कराता था। उसी से काम सीखकर वह कई चीनी हैडलर्स से संपर्क में आया।

गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वे टेलीग्राम ऐप के माध्यम से चीनी नागरिकों से जुड़कर बैंक खातों के माध्यम से साइबर अपराधों को अंजाम देते थे। इन अपराधियों ने भारत में म्यूल अकाउंट्स की व्यवस्था की और इन खातों को एपीआई टूल्स के माध्यम से साइबर अपराधियों के लिए उपलब्ध कराया। इसके बाद इन खातों से धन की अवैध ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी होती थी, जो फिर क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर विदेश में भेजा जाता था।

रोहन ने बताया कि नवंबर 2024 से अब तक उसके यूएसडीटी वॉलेट में 38.8 लाख यूएसडीटी ट्रांसफर हुए हैं, जिसका भारतीय मुद्रा में मूल्य लगभग 3.49 करोड़ रुपये था। इस धन को हवाला के माध्यम से कैश में बदला जाता था, और इसके हिस्से गिरोह के अन्य सदस्यों को दिए जाते थे।

गिरफ्तार अभियुक्तों से 150 म्यूल अकाउंट्स की जानकारी प्राप्त हुई है, जिन्हें इस साइबर अपराध में इस्तेमाल किया गया। इन म्यूल अकाउंट्स से संबंधित 471 से अधिक साइबर फ्रॉड की शिकायतें पूरे देश में दर्ज की गई हैं। एसटीएफ ने अभियुक्तों से विभिन्न दस्तावेज और सामग्रियां बरामद की हैं, जिनमें 14 डेबिट/क्रेडिट कार्ड, तीन आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, सात मोबाइल फोन और चार लाख रुपये नकद शामिल हैं।

एसटीएफ ने इस साल 12 फरवरी को इसी तरह के एक अन्य गिरोह के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जो भारतीय नागरिकों को डिजिटल अरेस्ट का झांसा देकर धोखाधड़ी कर रहे थे। एसटीएफ ने इन दोनों अभियुक्तों के खिलाफ गौतमबुद्धनगर के सूरजपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया है और स्थानीय पुलिस के सहयोग से आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

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