रायपुर:मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के सामाजिक-आर्थिक विकास में राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होगी। निगम द्वारा राज्य के नक्सल प्रभावित और आदिवासी बहुल बस्तर जिले के ग्राम नगरनार में जिस तीन मिलियन टन उत्पादन क्षमता के विशाल इस्पात संयंत्र का निर्माण तेजी से किया जा रहा है, उसके बन जाने पर बस्तर अंचल के निवासियों के जीवन में निश्चित रूप से एक सकारात्मक बदलाव आएगा। स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और स्व-रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।
इसके साथ ही सम्पूर्ण बस्तर अंचल औद्योगिक विकास के मामले में देश के अन्य क्षेत्रों की तरह अग्रणी होगा। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज हैदराबाद (आंध्रप्रदेश) में एनएमडीसी के हीरक जयंती समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। शिल्प वेदिका में आयोजित समारोह में उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
डॉ. रमन सिंह ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि हैदराबाद उपराष्ट्रपति श्री नायडु का कर्मक्षेत्र रहा है। एनएमडीसी के विशाल परिवार के मुखिया के नाते श्री नायडु का जितना स्नेह इस सार्वजनिक उपक्रम को मिलता है, उतना ही प्रेम और आत्मीय जुड़ाव श्री नायडु छत्तीसगढ़ के प्रति भी रखते हैं। उपराष्ट्रपति ने इस मौके पर देश के विकास में एनएमडीसी जैसे सार्वजनिक उपक्रमों की भागीदारी को बहुत महत्वपूर्ण बताया। केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह ने भी समारोह को सम्बोधित किया।
केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री विष्णुदेव साय, केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री वाय.एस. चौधरी, तेलांगाना के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री के. तारका रामाराव, एनएमडीसी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री एन. बैजेन्द्र कुमार तथा छत्तीसगढ़ सरकार के सचिव खनिज साधन और उद्योग श्री सुबोध कुमार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी समारोह में उपस्थित थे। डॉ. रमन सिंह ने समारोह में कहा-एनएमडीसी द्वारा बस्तर अंचल के दंतेवाड़ा जिले में बैलाडीला लौह अयस्क परियोजना का विगत कई वर्षो से संचालन किया जा रहा है। केन्द्र और राज्य सरकार की नई नीति के अनुसार अब बस्तर संभाग में ही बैलाडीला के लौह अयस्क का वेल्यू एडिशन हो सकेगा। बैलाडीला का लोहा नगरनार के इस्पात संयंत्र में स्टील के उत्पादन में लगेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एनएमडीसी के कार्य क्षेत्र अर्थात दंतेवाड़ा जिले को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। डॉ. रमन सिंह ने कहा-हिन्दुस्तान और दुनिया का सबसे बेहतरीन लौह अयस्क छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में है।
ईमानदारी और कड़ी मेहनत दंतेवाड़ा सहित सम्पूर्ण बस्तर अंचल के लोगों की पहचान है। मुख्यमंत्री ने एनएमडीसी के हीरक जयंती समारोह में याद दिलाया कि प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने प्रथम दंतेवाड़ा प्रवास 9 मई 2015 के दौरान सम्पूर्ण बस्तर अंचल के विकास के लिए केन्द्रीय सार्वजनिक उपक्रमों की ओर से 24 हजार करोड़ रूपए की परियोजनाओं की सौगात देकर क्षेत्र के विकास का मार्ग प्रशस्त किया। उनकी उपस्थिति में इन परियोजनाओं के लिए कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए थे।
उनमें 18 हजार करोड़ रूपए की लागत की अल्ट्रा मेगा स्टील प्लांट भी शामिल है। इसके अलावा इन समझौता ज्ञापनों के अनुसार राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) द्वारा बस्तर अंचल में 4000 करोड़ रूपए का निवेश किया जाएगा, जिसमें से 1675 करोड़ रूपए बचेली और किरंदुल में दस मिलियन टन वार्षिक क्षमता के लौह अयस्क प्रसंस्करण संयंत्र की स्थापना में, 800 करोड़ रूपए नगरनार में दो मिलियन टन वार्षिक क्षमता के पैलेट प्लांट के निर्माण में, किरंदुल-बचेली से नगरनार तक स्लरी पाइप लाइन और अन्य कार्यों के लिए 1525 करोड़ रूपए का निवेश होगा।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने खनिज बहुल क्षेत्रों के लिए जिस जिला खनिज न्यास निधि का प्रावधान पूरे देश में किया है, उससे दंतेवाड़ा जिले को भी एनएमडीसी जैसी संस्थाओं से विकास के लिए बड़ी राशि मिलेगी।
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