प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में वर्जिन नारियल तेल के उत्पादन में शामिल महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों में शामिल किया जा रहा है, और उन्हें मार्केटिंग और ब्रांडिंग में विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह हमारे आदिवासी समुदायों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह तब हुआ है जब निकोबार जिले के वर्जिन नारियल तेल को हाल ही में जीआई (भौगोलिक संकेत) टैग मिला है। उम्मीद जताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अंडमान-निकोबार जल्द ही दुनिया में चर्चा का विषय बन जाएगा और इस यात्रा में सबसे बड़ा योगदान क्षेत्र के महिला स्वयं सहायता समूहों का होगा।
मन की बात के 118वें एपिसोड को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि “अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से भी एक और बहुत अच्छी खबर आई है। निकोबार जिले में वर्जिन नारियल तेल को हाल ही में जीआई टैग मिला है। जीआई टैग के बाद वर्जिन नारियल तेल के लिए एक और नई पहल की गई है। इस तेल के उत्पादन से जुड़ी महिलाओं को संगठित करके स्वयं सहायता समूह बनाए जा रहे हैं। उन्हें मार्केटिंग और ब्रांडिंग का विशेष प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
यह हमारे आदिवासी समुदायों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।” उन्होंने कहा कि “मुझे यकीन है कि भविष्य में अंडमान-निकोबार का वर्जिन नारियल तेल दुनिया में चर्चा का विषय बनने जा रहा है और इसमें सबसे बड़ा योगदान अंडमान और निकोबार की महिला स्वयं सहायता समूहों का होगा।”
वर्जिन नारियल तेल (VCO) पारंपरिक तरीकों का उपयोग करके नारियल से बनाया जाता है। यह बिना रिफाइंड, बिना ब्लीच किया हुआ होता है और इसमें कोई अतिरिक्त रसायन या संरक्षक नहीं होता है।