संसद सत्र का आखिरी सप्ताह आज से शुरू हो रहा है। लोकसभा के साथ-साथ राज्यसभा में भी तेज हलचल दिखेगी। संसद के 75 वर्ष डिबेट में पक्ष-विपक्ष में बहस होगी। गृह मंत्री अमित शाह सदन में नहीं आएंगे। संविधान पर बहस की शुरुआत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण करेंगी। वहीं, टीएमसी सांसदों ने राज्यसभा में नए प्रयोग का ऐलान किया है। वो 3-4 मिनट का ही भाषण देंगे।
राज्यसभा में बीजेपी नेताओं के भाषण के क्रम में बदलाव हुआ है। बीजेपी अध्यक्ष एवं स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा बहस के दौरान इंटरवेन करेंगे। नड्डा का इंटरवेंशन मंगलवार को होगा। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव भाषण का समापन करेंगे। इससे पहले संविधान पर बहस की जो कार्यसूची जारी हुई थी, उसमें भाषण की शुरुआत जेपी नड्डा द्वारा की जानी थी। गृह मंत्री अमित शाह द्वारा समापन संबोधन दिया जाना था। मगर, शाह को अचानक छत्तीसगढ़ के तीन दिवसीय दौरे पर जाना पड़ा, जिससे राज्यसभा की कार्यसूची बदल गई।
विपक्षी खेमे से खड़गे करेंगे भाषण की शुरुआत
संविधान पर बहस में सत्ताधारी बीजेपी के कई नेता हिस्सा लेंगे। इनमें हरदीप पुरी, सुधांशु त्रिवेदी, सुरेंद्र नागर, घनश्याम तिवारी, बृजलाल भी शामिल हैं। सत्तापक्ष को जवाब देने के लिए विपक्ष ने भी कमर कस ली है। विपक्षी खेमे से बहस की शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे। खड़गे के बाद कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी, रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक समेत कई नेता अपना पक्ष रखेंगे।
TMC, BJD के सांसद 3-4 मिनट बोलेंगे
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने राज्यसभा में अनोखे प्रयोग की घोषणा की है। उनके 9-10 सांसद आज 3 से 4 मिनट की स्पीच देंगे। इस फॉर्मूले को बीजू जनता दल (BJD) ने भी अपनाया है। बीजेडी के 5 सांसद 3-4 मिनट बोलेंगे। समाजवादी पार्टी से राम गोपाल यादव पार्टी का पक्ष रखेंगे। निर्दलीय सांसद कपिल सिब्बल भी बहस में अपना पक्ष रखेंगे। जदयू सांसद संजय झा, आरएलडी नेता उपेंद्र कुशवाहा भी बहस में प्रतिभाग करेंगे।