नई दिल्ली : भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी के लंदन में देखे जाने पर कांग्रेस की आलोचनाओं का सामना कर रही भाजपा ने शनिवार को पलटवार करते हुए कहा कि उसने 2011 में बैंकों से जुड़ी धोखाधड़ी शुरू की जब कांग्रेस नीत संप्रग सत्ता में थी और मोदी सरकार ने इसका पता लगाया एवं पर्दाफाश किया।
Nirav Modi’s fraud to cheat the banks started in 2011 when UPA government was in power. It was detected and exposed during the Modi govt.
— BJP (@BJP4India) March 9, 2019
भाजपा ने अपने ट्वीट में विपक्षी पार्टी के आरोपों को ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ की संज्ञा देते हुए कहा, ‘‘माल्या को बैंक रिण के दूसरे पुनर्गठन की सुविधा कब दी गई? यह संप्रग सरकार के दौरान दी गई।’’ भाजपा ने कहा कि संप्रग सरकार के दौरान काफी संख्या में ऐसे लोग जिन्होंने भारत को धोखा दिया, उन्हें वापस लाया गया है और वे अब हिरासत में है। दूसरे भी आयेंगे। वे अभी भगोड़े और शरणार्थी का जीवन जी रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि भाजपा का यह बयान तब आया है तब कांग्रेस पार्टी ने अरबों रुपये की बैंक जालसाजी के आरोपी नीरव मोदी के लंदन में रहने और वहां की सड़कों पर सरेआम घूमने से जुड़ी खबर को लेकर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि हजारों करोड़ रुपये लूटकर ऐशगाह में जिंदगी बिताना इस सरकार में ही मुमकिन है। इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि जिन्होंने भारत को धोखा दिया है, उनमें से कोई भी मोदी सरकार में बच नहीं सकता है।
भाजपा ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ बैंको को धोखा देने का नीरव मोदी का सिलसिला 2011 में शुरू हुआ जब संप्रग सरकार सत्ता में थी। इसका मोदी सरकार के दौरान पता चला और पर्दाफाश हुआ।’’ केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ने कहा कि उसे (नीरव) भगोड़ा घोषित किया गया, सम्पत्ति जब्त की गई, अवैध घर विस्फोट से उड़ा दिये गए, कारोबार बंद हो गया। उन्होंने कहा कि हमारी एजेंसियों की ओर से आपराधिक मामला दर्ज किया गया और कर चोरी, पीएमएलए और आपराधिक धोखाधड़ी की कार्रवाई चलाई जा रही है ।