कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के रुख के सफल विरोध के लिए हरिवंश की नायडू ने की सराहना - Punjab Kesari
Girl in a jacket

कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के रुख के सफल विरोध के लिए हरिवंश की नायडू ने की सराहना

नायडू ने कहा कि पाकिस्तान के मत को नकारते हुए विश्वमत ने स्वीकार किया है कि जम्मू कश्मीर

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने हाल ही में दक्षिण एशियाई देशों की विधायिका के अध्यक्षों के एक सम्मेलन में कश्मीर मुद्दा उठाने की पाकिस्तान की कोशिश को नाकाम करने के लिए राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश की मंगलवार को सराहना की। 
उल्लेखनीय है कि रविवार को मालदीव के माले में सतत विकास लक्ष्यों पर दक्षिण एशियाई देशों की विधायिका के अध्यक्षों एवं अन्य प्रतिनिधियों के सम्मेलन में हरिवंश ने पाकिस्तान के रुख का यह कहते हुए मुखर विरोध किया था कि उसने कश्मीर मुद्दे को उठाकर सम्मेलन के मंच का दुरुपयोग किया है। 
नायडू ने ट्वीट कर कहा, ‘‘सतत विकास लक्ष्यों पर माले में आयोजित दक्षिण एशियाई देशों के अध्यक्षों की बैठक में पाकिस्तान द्वारा अनुच्छेद 370 पर भारत के आंतरिक विषय को उठाए जाने का पुरजोर और कारगर विरोध करने के लिए राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश जी का अभिनन्दन करता हूं।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान को विकास में विश्वास ही नहीं है, वो आतंकवाद को राज्य की नीति के रूप में प्रयोग करता रहा है।’’  नायडू ने कहा कि पाकिस्तान के मत को नकारते हुए विश्वमत ने स्वीकार किया है कि जम्मू कश्मीर भारत आंतरिक मामला है। 

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘अध्यक्षों के सम्मेलन में पाकिस्तानी मत को नजरंदाज किया जाना, एक बार फिर साबित करता है कि आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले देश को विश्व मत ने नकार दिया है और यह स्वीकार कर लिया है कि जम्मू कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है। हरिवंश जी को बधाई।’’ 

ज्ञात हो कि पाकिस्तान की संसद के उपाध्यक्ष कासिम सूरी ने ‘‘सतत विकास लक्ष्य’’ (एसडीजी) पर चर्चा के दौरान ‘कश्मीर मुद्दा’ उठाने की कोशिश पर हरिवंश ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत के आंतरिक विषय को उठाने तथा इस मंच को राजनीतिक रंग देने को लेकर पाकिस्तान की आलोचना की थी। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।