भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम में बिहार के ऐतिहासिक महत्व और प्रगति पर जोर दिया। उन्होंने लालू यादव के कार्यकाल की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा के शासन में बिहार ने बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय प्रगति की है। नड्डा ने दिल्ली में भाजपा की सरकार बनाने के लिए पूर्वांचल के लोगों का आभार भी व्यक्त किया।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने शनिवार को नई दिल्ली में ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत स्नेह मिलन’ कार्यक्रम को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने भाजपा के नेतृत्व में बिहार के ऐतिहासिक महत्व, प्रगति और परिवर्तन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में हाल ही में संपन्न बिहार दिवस का जश्न मनाया गया। इतिहास और लोकतंत्र में बिहार के योगदान पर जोर देते हुए नड्डा ने कहा, जहां भी पूर्वांचल आगे बढ़ता है, राष्ट्र आगे बढ़ता है। इतिहास इस बात का गवाह है कि बिहार चाणक्य की भूमि है, महात्मा गांधी और लोकनायक जयप्रकाश नारायण के आंदोलनों की जन्मभूमि है। दुनिया ने बिहार से लोकतंत्र के सिद्धांत सीखे हैं।
उन्होंने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल की भी आलोचना की और कहा, हमने लालू यादव के नेतृत्व में एक तरक्की करते बिहार को डूबते बिहार में बदलते देखा है। एक समय ऐसा भी था जब शाम पांच बजे के बाद लोगों का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता था। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राष्ट्रीय राजधानी में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने के लिए दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचल के लोगों का भी आभार व्यक्त किया। हाल ही में दिल्ली विधानसभा के चुनाव हुए। यहां अमावस्या जैसा माहौल था, अंधेरा छाया हुआ था। विकास की ओर बढ़ने के बजाय हम विनाश की ओर बढ़ रहे थे। लेकिन आज मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं कि आपने पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनाई। आपका विशेष आभार, क्योंकि यह सच है कि जिस दिशा में पूर्वांचल चलता है, देश भी उसी दिशा में आगे बढ़ता है। जेपी नड्डा ने कहा, “हम दुनिया में कहीं भी चले जाएं, हमें मैथिली, मगही या भोजपुरी बोलने वाले लोग हमेशा मिल जाएंगे। ईमानदारी से काम करने की ताकत बिहार के लोगों में समाहित है।”
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नड्डा ने भाजपा के शासन में बिहार में हुए बुनियादी ढांचे के विकास के बारे में भी बात की और इसकी तुलना लालू प्रसाद के दौर में आए ठहराव से की। उन्होंने अपने बचपन की यादों को ताजा करते हुए कहा, मैंने बचपन में गंगा के किनारे गांधी सागर सेतु का निर्माण देखा था। इसके निर्माण में दशकों लग गए। लेकिन आज बिहार में गंगा के किनारे मरीन ड्राइव बन गई है और बड़े-बड़े सड़क और रेल पुल बनकर तैयार हो गए हैं। पूरे बिहार में एक्सप्रेसवे बनाए गए हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में बिहार को आईआईटी पटना का तोहफा दिया गया। क्या आपने कभी सोचा था कि पूर्णिया, सारण, सीतामढ़ी, झंझारपुर, सीवान, बक्सर और जमुई जैसे शहरों में मेडिकल कॉलेज होंगे? पीएम मोदी के नेतृत्व में पटना में एशिया का सबसे बड़ा अस्पताल बनने जा रहा है। बिहार दिवस (बिहार दिवस) हर साल 22 मार्च को मनाया जाता है, जो बिहार राज्य के गठन का प्रतीक है। इसी दिन 1912 में अंग्रेजों ने बंगाल से राज्य को अलग किया था और इस दिन बिहार में सार्वजनिक अवकाश होता है।