जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद महाराष्ट्र के पर्यटक सुरक्षित मुंबई लौट आए। शिवसेना ने विशेष उड़ान की व्यवस्था कर पर्यटकों को वापस लाया और हवाई अड्डे पर गुलाब का फूल देकर स्वागत किया। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारी प्राथमिकता हर महाराष्ट्रियन की सुरक्षा है।
जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद वहां फंसे महाराष्ट्र के कुछ पर्यटक गुरुवार तड़के स्टार एयरलाइंस की विशेष उड़ान (वीटीजीएसआई) से मुंबई हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 पर सुरक्षित पहुंचे। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसैनिकों ने इन पर्यटकों को गुलाब का फूल सौंप स्वागत किया।
जम्मू आणि काश्मीरमधील पहलगाम येथे झालेल्या हल्ल्यानंतर राज्यातील काही पर्यटक हे जम्मू काश्मीरमध्ये अडकून पडले होते. या सर्वांना सुखरूप परत आणणे हे एक आव्हान होते. तेथील पर्यटकांशी बोलल्यावर ते भीतीच्या सावटाखाली असल्याचे मला समजले. त्यांना धीर देऊन पुन्हा राज्यात आणण्यासाठी मी… pic.twitter.com/TORGWSSmNS
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) April 24, 2025
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की थी, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद कश्मीर में फंसे पर्यटकों में दहशत फैल गई। महाराष्ट्र के कई पर्यटक भी इस संकट में फंस गए थे। स्थिति को देखते हुए शिवसेना ने तुरंत कदम उठाए और इन पर्यटकों को सुरक्षित वापस लाने के लिए विशेष उड़ान की व्यवस्था की।
मुंबई हवाई अड्डे पर पहुंचे पर्यटकों के चेहरों पर अपने गृह राज्य लौटने की खुशी साफ झलक रही थी।
एक पर्यटक ने कहा, “हम बहुत डरे हुए थे, लेकिन सरकार और शिवसेना की मदद से हम सुरक्षित घर लौट आए।”
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देश पर शिवसेना सचिव संजय मोरे, विधायक मंगेश कुडलकर, विधायक मुरजी पटेल, युवा सेना महासचिव राहुल कनाल सहित सैकड़ों शिवसैनिक हवाई अड्डे पर मौजूद थे। सभी ने पर्यटकों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
शिंदे ने कहा, “हमारी प्राथमिकता हर महाराष्ट्रियन की सुरक्षा है। इस संकट में फंसे लोगों को सुरक्षित लाना हमारा कर्तव्य था।”
पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी। इस घटना ने देशभर में आक्रोश पैदा किया और कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
शिवसेना ने इस हमले की कड़ी निंदा की और केंद्र व राज्य सरकार के साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग का वादा किया। पार्टी नेताओं ने कहा कि कश्मीर में शांति स्थापित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। मुंबई लौटे पर्यटकों ने शिवसेना और सरकार के त्वरित प्रयासों की सराहना की।
केंद्र सरकार ने जवाब में अटारी-वाघा बॉर्डर बंद करने और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने जैसे कड़े कदम उठाए।
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