भारत में दूध उत्पादन में तेजी आई है, पशुपालन मंत्रालय ने अगले 5 साल में 300 मिलियन मीट्रिक टन का लक्ष्य रखा है। केंद्रीय मंत्री रंजन सिंह ने लोक सभा में बताया कि राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत दूध उत्पादन में 63.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस कदम से किसानों और महिलाओं को प्रोत्साहन मिलेगा।
दुनियाभर में भारत में दूध का उत्पादन सबसे अधिक हो गया है। माना जा रहा है की अभी तक भारत में दूध का उत्पादन 239 मिलियन मीट्रिक टन था। लेकिन अब पशुपालन मंत्रालय ने अपना लक्ष्य बढाकर अगले 5 साल में भारत में दूध का उत्पादन 300 मिलियन मीट्रिक का लक्ष्य रखा है। इससे केवल भारत को ही नहीं बल्कि किसानों को भी बहुत फायदा होगा। मंगलवार को कंद्रीय मंत्री रंजन सिंह में लोक सभा में भारत में दूध के उत्पादन के बारें में चर्चा की थी।
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भारत के पशुपाल मंत्रालय ने क्या बोला?
पशुपाल मंत्रालय और केंद्रीय मंत्री ने लोक सभा बैठक में भारतीय दूध के उत्पादन को लेकर काफी सारी बातें की थी। केंद्रीय मंत्री रंजन सिंह ने कहा कि जब पीएम मोदी ने राष्ट्रीय गोकुल मिशन लॉन्च किया है, तब से भारत में दूध का उत्पादन 63.5 प्रतिशत बढ़ गया है और हम यह वादा करते है की अगले वर्ष तक 5 साल में यह 15 प्रतिशत और बढ़ाया जाएगा। भारत दुनियाभर में दूध के उत्पादन में सबसे आगे है और हम उत्पादन को 239 से 300 मिलीमीटर मीट्रिक तक बढ़ाया जाएगा। उसके अलावा पशुपालन मंत्रालय ने केंद्रीय मंत्री को बताया की अभी 75 प्रतिशत लोग दूध उत्पादन के कामों से जुड़े हुए है, जिसमे ज़्यादा मात्रा महिलाओं की है। उन्होंने साथ में यह भी बताया की हर व्यक्ति 471 ग्राम दूध पीता है।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन
दूध उत्पादन के बढ़ने से किसानो को भी काफी फायदा होगा, इससे महिला सशक्तिकरण को भी प्रोत्साहन मिलेगा। सरकार के अनुसार भारत में कुल मिलकर 70 प्रतिशत महिलाएं है। बता दें कि राष्ट्रीय गोकुल मिशन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2014 में शुरू किया गया था। इसको 2021-22 और 2025-26 को दोबारा से लागू किया गया था। इस मिशन का लक्ष्य था की देसी नस्लों का विकास करना, दूध के उत्पादन को बढ़ाना और उसके साथ ही उससे जुडी हुई अन्य चीज़ो का निर्णय लेना।