विदिशा : रायसेन जिले केदूरस्थ अंचलों के तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों के 6 वर्ष तक के बच्चों में कुपोषण न हो, इसके लिए कलेक्टर भावना वालिम्बे द्वारा गत वर्ष तेन्दूपत्ता संग्राहक केन्द्रों पर आने वाली महिला श्रमिकों के बच्चों को पोषण आहार वितरित किया गया था।गत वर्ष किए गए इस नवाचार के सार्थक परिणाम को देखते हुए इस वर्ष भी तेन्दूपत्ता संग्राहक केन्द्रों पर पोषण आहार वितरित किया जा रहा है।
अभी जिले के 342 तेंदूपत्ता संग्राहक केन्द्रों पर तेंदूपत्ता श्रमिकों के 4530 बच्चों को पोषण से युक्त लड्डू वितरित किए जा रहे हैं। महिला बाल विकास विभाग द्वारा टेक होम राशन से बनाए गए विविध व्यंजन आटा बेसन लड्डू, सोया बर्फी, खुरमें, पौष्टिक खिचडी आदि भी पृथक-पृथक दिवसों में वितरित किए जा रहे हैं। यह पोषण आहार बच्चों को पसंद आ रहा है तथा यह पोषण आहार बच्चों को कुपोषण से बचाने में कारगार होगा।
इन बच्चों को आंगनबाडी की सेवाओं का लाभ नियमित रूप से मिलता है लेकिन मजदूर वर्ग के कई बच्चे आंगनबाडियों तक विभिन्न कारणों से नहीं पहुंच पाते हैं। ये बच्चे कुपाषित न हो तथा कम वजन के बच्चों को पर्याप्त पोषण आहर देकर कुपोषण को समाप्त किया जा सके, इसे ध्यान में रखते हुए कलेक्टर भावना वालिम्बे द्वारा पोषण आहार वितरण कराया जा रहा है। एक बच्चे को लगभग 100 ग्राम वजन के कुल 2 लड्डू पूरक पोषण आहार के तौर पर सभी तेंदूपत्ता फडों पर वितरित किए जा रहे हैं। इन लड्डूओं के स्वादिष्ट होने के साथ ही लगभग 500 कैलोरी एवं 15 ग्राम प्रोटीन से युक्त होने से बच्चों की पोषण संबंधी आवश्यकता को पूरा कर रहा है।
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