बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने मंगलवार को कांग्रेस नेता उदित राज के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बसपा चीफ मायावती ने जो सामाजिक आंदोलन का गला घोंटा है, अब उनका गला घोंटने का वक्त आ गया है। उदित राज ने एक्स पोस्ट में लिखा था, कृष्ण ने कहा था कि न्याय के लिए लड़ो , जरूरत पड़े तो अपने सगे संबंधियों को भी मार दो। बसपा की चीफ सुश्री मायावती जी ने जो सामाजिक आंदोलन का गला घोंटा है, अब उनका गला घोंटने का वक्त आ गया है। इस संदर्भ में मायावती ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट कर कांग्रेस नेता उदित राज पर पलटवार किया। बसपा प्रमुख ने इस संबंध में अपने ‘एक्स’ हैंडल पर तीन पोस्ट किए।
उन्होंने अपने दूसरे पोस्ट में कहा कि अतः विशुद्ध राजनीतिक व चुनावी स्वार्थ के लिए कांग्रेस ’जय बापू, जय भीम, जय मंडल, जय संविधान’ आदि के नाम पर चाहे जितने भी कार्यक्रम क्यों न कर ले, बाबासाहेब के अनुयायी इनके किसी बहकावे में आने वाले नहीं हैं। वे जागरूक व सतर्क तथा अपने पैरों पर खड़े होने के लिए संघर्षरत हैं। बसपा प्रमुख ने आगे कहा, “साथ ही, कुछ दलबदलू अवसरवादी व स्वार्थी दलित लोग अपने आकाओं को खुश करने के लिए जो अनर्गल बयानबाजी आदि करते रहते हैं उनसे भी बहुजन समाज को सावधान रहने व उन्हें गंभीरता से नहीं लेने की जरूरत है क्योंकि वे ’सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति’ मूवमेंट से अनभिज्ञ व अपरिचित हैं।
बता दें कि कांग्रेस नेता उदित राज ने एक प्रेसवार्ता में बसपा प्रमुख मायावती पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि कृष्ण ने कहा था कि अपने सगे संबंधियों को कैसे मारेंगे, तो कृष्ण ने कहा कि कोई सगा संबंधी नहीं है। न्याय के लिए लड़ों और आज उसी मोड़ पर हैं। कृष्ण ने हमें कह दिया है कि सबसे पहले जो अपना दुश्मन है, उसी को मार दो। इसके अलावा, जो सामाजिक न्याय का दुश्मन है, जिसके बारे में मैं अपने प्रेस रिलीज में जिक्र कर चुका हूं। बसपा की चीफ मायावती ने जो सामाजिक आंदोलन का गला घोंटा है, अब उनका गला घोंटने का वक्त आ गया है।