मणिपुर : मणिपुर पुलिस ने काकचिंग जिले सहित विभिन्न संवेदनशील क्षेत्रों में चलाए गए तलाशी अभियानों के दौरान बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद करने की जानकारी दी है। यह अभियान 5 अक्टूबर को पहाड़ी और घाटी जिलों के सीमांत क्षेत्रों में सुरक्षा बलों द्वारा किया गया था। अधिकारियों के अनुसार, इस कार्रवाई में विभिन्न प्रकार के युद्ध संबंधी सामान प्राप्त हुए।
Highlight :
- काकचिंग जिले सहित विभिन्न संवेदनशील क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाए गए
- सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियानों के दौरान बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किया
- यह अभियान पहाड़ी और घाटी जिलों के सीमांत क्षेत्रों में सुरक्षा बलों द्वारा किया गया था
सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान के दौरान जब्त किया हथियार
पुलिस ने बताया कि बरामद किए गए सामान में तीन कार्बाइन, एक एयर गन राइफल, एक 9 एमएम पिस्तौल, 36 एचई ग्रेनेड, 51 एमएम मोर्टार, संदिग्ध कंटेनर विस्फोटक आईईडी और कई अन्य खतरनाक वस्तुएं शामिल हैं। इसके अलावा, पुलिस ने चार डेटोनेटर, छह टियर स्मोक शेल, दो दंगा रोधी रबर बुलेट, स्टिंगर कारतूस, जीवित गोला-बारूद, और एक बाओफेंग सेट भी बरामद किया। यह कार्रवाई मणिपुर में सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा है।
इस बीच, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने 27 सितंबर को कांगपोकपी से अपहृत दो युवकों की सुरक्षित वापसी के लिए राज्य और केंद्र सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, “इन युवकों की सुरक्षित वापसी में जो प्रयास किए गए, उनकी सराहना की जानी चाहिए।” यह घटना मणिपुर में बढ़ती असुरक्षा का एक उदाहरण है, जहां पिछले साल से जातीय संघर्षों के चलते स्थिति बिगड़ी हुई है। मणिपुर में हिंसा की शुरुआत पिछले साल 3 मई को हुई, जब ऑल ट्राइबल्स स्टूडेंट्स यूनियन (ATSU) द्वारा मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति श्रेणी में शामिल करने की मांग के विरोध में रैली आयोजित की गई थी। इसके परिणामस्वरूप हिंसा भड़क उठी, जिसने राज्य की सुरक्षा स्थिति को चुनौती दी।
हाल ही में किए गए सुरक्षा अभियानों में असम राइफल्स के सहयोग से भी कई हथियारों और गोला-बारूद की बरामदगी हुई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सुरक्षा बल राज्य में असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। इस तरह की कार्यवाहियाँ न केवल स्थानीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि सरकार स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गंभीर है।
इन घटनाओं के बाद, मणिपुर की जनता में सुरक्षा की भावना को मजबूत करने के लिए स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, राज्य में जारी तनाव और असुरक्षा को देखते हुए, इसे पूरी तरह से खत्म करना एक चुनौती बना हुआ है। सुरक्षा बलों की ये कार्रवाइयाँ मणिपुर में शांति और स्थिरता बहाल करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण हैं।
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