राजद और बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज साफ शब्दों में कह दिया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए महागठबंधन का दरवाजा हमेशा के लिए बंद है और इस मुद्दे पर उनकी पार्टी किसी भी सहयोगी दल के दबाव को भी नहीं मानेगी।
तेजस्वी यादव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जनादेश का अपमान कर जनता के साथ धोखा देने वाले और 36 घोटाला करने वाले श्री कुमार के लिए महागठबंधन में कोई जगह नहीं है इसलिए उनके लिए महागठबंधन का दरवाजा हमेशा के लिए बंद है। उन्होंने कहा कि यदि श्री कुमार को फिर से महागठबंधन में शामिल कराया जाता है तो बिहार की जनता भी महागठबंधन को माफ नहीं करेगी। जनता राजद को भी पलटीमार कहने लगेगी।
राजद नेता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यदि कांग्रेस की ओर से श्री कुमार को महागठबंधन में शामिल करने का दवाब बनाया जायेगा तो भी वह नहीं मानेगे। वह कई बार साफ तौर पर कह चुके हैं कि श्री कुमार और उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) को महागठबंधन में शामिल करने का कोई प्रस्ताव आता है तो वह उसका विरोध करेंगे। वैसे राजद के सभी सहयोगी दल श्री कुमार और उनकी पार्टी को फिर से महागठबंधन में शामिल किये जाने के खिलाफ हैं।
यादव ने कहा कि कांग्रेस यदि श्री कुमार के संबंध में उनसे राय लेगी तो वह बतायेंगे कि श्री कुमार विश्वासघाती हैं और उन्होंने सभी राजनीतिक दलों तथा बिहार की जनता को भी धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग इस बात को भूले नहीं होंगे कि जब भोजन पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी मुलाकात हुयी थी तब जदयू के लोगों ने कहा था कि यह दो भ्रष्टाचारियों का मिलन है।
राजद नेता ने कहा कि चुनावी गठबंधन के संबंध में जो लोग फैसला लेने के लिये अधिकृत नहीं है उनके बयानों का कोई अर्थ नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले में श्री राहुल गांधी ही फैसला लेंगे और उन्होंने उनसे मुलाकात के दौरान साफ शब्दों में कहा है कि उनकी पार्टी की राजद के साथ लम्बे समय तक साथ चलने की योजना है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके चाचा( श्री नीतीश कुमार) जहां जायेंगे सबको डूबायेंगे। ऐसे व्यक्ति को कोई भी अपने साथ नहीं रखना चाहेगा जो विश्वासघात करता हो और जिसने रामनवमी के दौरान दो लाख ऑनलाईन तलवारें बटवायी, जो देश में नागपुरिया कानून लागू कराने और दलित उत्पीड़न कानून को कमजोर करने वालों के साथ हो। उन्होंने कहा कि श्री कुमार पर न सिर्फ हत्या का आरोप है बल्कि उनपर चोरी (कॉपी राईट उल्लंघन) के मामले में 20 हजार रूपये का जुर्माना भी लगा है। इतना ही नहीं वह सृजन समेत 36 घोटालों को संरक्षण देने, समाज में जहर फैलाने तथा नकारात्मक राजनीति करने के भी आरोपी हैं।
राजद नेता ने कहा कि श्री कुमार का अब बिहार में कोई राजनीतिक आधार नहीं रह गया है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान जब श्री कुमार की पार्टी जदयू अकेले लड़ तब 135 विधानसभा सीट पर उसके उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गयी। उन्होंने कहा कि श्री कुमार का भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) से एक बार फिर मोहभंग हो गया है इसलिये वह एक बार फिर पलटी मारने की तैयारी में हैं। जबकि उन्होंने ही भाजपा को चोर दरवाजे से सत्ता में वापस लाया है।
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