रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को प्रयागराज पहुंचे। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ के अवसर पर त्रिवेणी में डुबकी लगाई। प्रयागराज यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री कई कार्यक्रमों में शामिल हुए। इससे पहले यूपी सरकार के मंत्री अनिल राजभर और नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने एयरपोर्ट पर रक्षा मंत्री का स्वागत किया। उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच स्नान किया। उनके पहुंचने से पहले आर्मी ने पूरे किला घाट को अपने कब्जे में ले लिया था। इस दौरान राजनाथ सिंह ने मां गंगा का आशीर्वाद लिया और देश की समृद्धि की प्रार्थना की। राजनाथ सिंह ने महाकुंभ के भव्य आयोजन की सराहना की और श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
प्रयागराज के महाकुंभ में आकर और संगम में स्नान करके मैं स्वयं को बहुत ही कृतार्थ महसूस कर रहा हूं। मैं मानता हूं कि भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म की आध्यात्मिक अनुभूति का यह पर्व है, जो प्राचीन वैदिक खगोलीय गणना पर आधारित है।
यहाँ सभी जाति-पंथ और अनेक देशों के लोग भी एकात्मता… pic.twitter.com/9PS8DV8xz8
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) January 18, 2025
प्रयागराज पहुंचे राजनाथ सिंह
इसके पहले उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, प्रयागराज के महाकुंभ में आज वह भाग लेंगे। महाकुंभ भारत की समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है। रक्षा मंत्री के दौरे को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। इस दौरान स्निफर डॉग्स और बम स्क्वायड ने जांच की। राजनाथ सिंह साधु-संतों से मुलाकात और सेना के अफसरों के साथ बैठक भी करेंगे। महाकुंभ क्षेत्र में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी में जुटे हैं।
Today, 18th January, I shall be in Prayagraj to participate in Mahakumbh 2025. The Mahakumbh is a celebration of India’s rich spiritual and cultural heritage. Looking forward to join this holy confluence.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) January 18, 2025
महाकुंभ में श्रद्धालुओं का सैलाब
दूसरी तरफ महाकुंभ को लेकर संगम और गंगा नदी के अन्य घाटों पर आस्था की डुबकी लगाने वालों की भीड़ लगी है। महाकुंभ का पहला अमृत स्नान मकर संक्रांति को बीत चुका है। वहीं, हर गुजरते दिन के साथ श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। शनिवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते नजर आ रहे हैं। महाकुंभ ने पूरी दुनिया में अपनी भव्यता और दिव्यता से ध्यान आकर्षित किया है। प्रयागराज में गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर आयोजित इस आयोजन की चर्चा पूरे विश्व में हो रही है।