लोकसभा स्पीकर ओम बिरला 7-11 जनवरी तक यूनाइटेड किंगडम (यूके), स्कॉटलैंड और ग्वेर्नसे की आधिकारिक यात्रा पर हैं। लंदन पहुंचने के बाद ओम बिरला ने भीमराव अंबेडकर संग्रहालय का दौरा किया। ओम बिरला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा, लंदन में बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर संग्रहालय देखने का अवसर मिला। यह संग्रहालय भारतीय संविधान के निर्माता के जीवन और विरासत के प्रति एक गहरी श्रद्धांजलि है। यह एक जीवित स्मारक के रूप में खड़ा है, जो सामाजिक न्याय, समानता और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के सशक्तिकरण के लिए उनके अथक संघर्ष की भावना को संरक्षित करता है। संग्रहित प्रदर्शनियां उनके बहुमुखी व्यक्तित्व की झलक प्रदान करती हैं। अपने ऐतिहासिक महत्व से परे डॉ. अंबेडकर संग्रहालय दुनिया भर में सभी के लिए प्रेरणा का काम करता है।
Had the opportunity to visit Dr. Ambedkar Museum in London.
The Museum is a profound tribute to the life and legacy of the architect of the Indian Constitution. It stands as a living memorial, preserving the spirit of his tireless struggle for social justice, equality, and… pic.twitter.com/HmSbm6gDQZ
— Om Birla (@ombirlakota) January 7, 2025
भारतीय प्रवासियों से करेंगे मुलाकात
ओम बिरला यूनाइटेड किंगडम के संसद के हाउस ऑफ कॉमन्स के अध्यक्ष सर लिंडसे होयल के निमंत्रण पर 7 से 9 जनवरी 2025 तक यूनाइटेड किंगडम की यात्रा पर हैं। वे लंदन में लिंडसे होयल और हाउस ऑफ लॉर्ड्स के स्पीकर लॉर्ड मैकफॉल ऑफ अल्क्लुइथ से मुलाकात करेंगे। लंदन में अपने अन्य कार्यक्रमों के अलावा ओम बिरला महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे और यूनाइटेड किंगडम में भारतीय प्रवासियों से मुलाकात करेंगे।
ओम बिरला CSPOC की बैठक की अध्यक्षता करेंगे
ओम बिरला अपनी यात्रा के दौरान 10 जनवरी को ग्वेर्नसे में राष्ट्रमंडल के अध्यक्षों और पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन की स्थायी समिति (सीएसपीओसी) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। वह 28वें सीएसपीओसी के मेजबान के रूप में इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जो वर्ष 2026 में भारत में आयोजित किया जाएगा। वे इस बैठक के दौरान अन्य संसदों के समकक्षों से बातचीत करेंगे, जिससे भारत के कूटनीतिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। बिरला स्कॉटलैंड भी जाएंगे और स्कॉटिश संसद की पीठासीन अधिकारी एलिसन जॉनस्टोन और स्कॉटलैंड के प्रथम मंत्री जॉन स्विनी से मुलाकात करेंगे। वे इस दौरान स्कॉटिश संसद के विभिन्न दलों के सदस्यों से भी बातचीत करेंगे।