लोकसभा चुनाव 2019 : बहुमत से थोड़ा दूर रहेगा NDA, मगर सरकार बना लेगा - Punjab Kesari
Girl in a jacket

लोकसभा चुनाव 2019 : बहुमत से थोड़ा दूर रहेगा NDA, मगर सरकार बना लेगा

सर्वेक्षण में NDA को 264 सीटें दी गई हैं, जबकि संप्रग को 141 सीटें मिलने की संभावना जताई

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) आम चुनाव में बहुमत से थोड़ा दूर रहेगा, लेकिन चुनाव बाद गठबंधन के जरिए आराम से सरकार बना लेगा। उत्तर प्रदेश में महागठबंधन न होने की स्थिति में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाला राजग 300 से अधिक सीटें हासिल करेगा। सी-वोटर द्वारा किए गए ताजा राष्ट्रीय सर्वेक्षण के अनुसार, उत्तर प्रदेश की जंग अगले लोकसभा का रूपरंग निर्धारित करेगी।

यह सर्वेक्षण मार्च में उस समय किया गया, जब मोदी सरकार ने पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर हवाई हमला किया, जिसके कारण पूरे देश में राष्ट्रवाद की लहर पैदा हो गई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उम्मीद है कि इस लहर पर सवार होकर वह विपक्ष को मात दे देगी और सर्वेक्षण ने इस बात की पुष्टि की है कि प्रधानमंत्री मोदी दौड़ में आगे हैं।

modi

सर्वेक्षण में NDA को 264 सीटें दी गई हैं, जबकि संप्रग को 141 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है, और अन्य दलों को 138 सीटें मिल सकती हैं। लेकिन यदि उत्तर प्रदेश में महागठबंधन नहीं होता है तो ऐसी स्थिति में राजग 307 सीटें हासिल कर लेगा और संप्रग 139 सीटें और अन्य दलों के खाते में 97 सीटें जा सकती हैं। सीटों के मामले में भाजपा को अकेले 220 सीटें और उसके गठबंधन सहयोगियों को 44 सीटें मिल सकती हैं।

यदि NDA वाईएसआर कांग्रेस, मीजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), बीजू जनता दल (बीजद) और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) से चुनाव बाद गठबंधन करता है तो उसकी सीटों की संख्या 301 हो जाएगी। संप्रग खेमे में, कांग्रेस को 86 सीटें मिलने की संभावना है और अन्य पार्टियां इसमें 55 सीटें और जोड़ेंगी।

संप्रग अगर चुनाव बाद गठबंधन करता है और इसमें अखिल भारतीय संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (एआईयूडीएफ), वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ), एमजीबी (उप्र में महागठबंधन), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) शामिल होती हैं तो सीटों का कुल आंकड़ा 226 हो जाएगा। उत्तर प्रदेश में महागठबंधन की स्थिति में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 71 से 29 तक सिमट सकती है।

लोकसभा चुनाव : मोदी ने मांगा जनता का आशीर्वाद, कांग्रेस ने कहा- मतदाता NDA को सत्ता से बाहर कर देंगे

महागठबंधन नहीं होने की स्थिति में भाजपा 2014 के परिणाम दोहरा सकती है और 72 सीटें हासिल कर सकती है। भाजपा को सबसे ज्यादा सीटें बिहार (36, 2014 में मिले 22 से ज्यादा), गुजरात (24, पिछली बार मिले 26 से 2 कम), कर्नाटक (16, 2014 के मुकाबले 1 कम), मध्य प्रदेश (24, पिछली बार के 26 के मुकाबले 2 कम), महाराष्ट्र (36, 2014 में मिले 23 से 13 ज्यादा), ओडिशा (12, पिछली बार 1 सीट मिली थी) और राजस्थान (20, 2014 के मुकाबले 4 कम)। कांग्रेस 2014 के 44 मुकाबले बेहतर करेगी।

उसे असम (7, 2014 में 3 सीट थी), छत्तीसगढ़ (5, पिछली बार 1 सीट थी), केरल (14, 2014 से 1 ज्यादा), कर्नाटक (9, पिछली बार भी 9 थी), झारखंड (5, 2014 से 1 सीट कम), मध्य प्रदेश (5, 2014 में 3 थी), महाराष्ट्र (7, 2014 में 4 थी), पंजाब (12, पिछली बार 3 थी), राजस्थान (5, 2014 में कोई सीट नहीं थी), तमिलनाडु (4, पिछली बार सीट नहीं मिली थी) और उत्तर प्रदेश (4, पिछली बार 2 थी)। मतदान प्रतिशत के संदर्भ में देखें तो संप्रग को 31.1 फीसदी मत मिल सकते हैं। पिछली बार यह 30.9 प्रतिशत था। अन्य दलों को 28 फीसदी मत मिल सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।