LIVE : मुख्यमंत्री फड़णवीस से मिलने पहुंचे किसान - Punjab Kesari
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LIVE : मुख्यमंत्री फड़णवीस से मिलने पहुंचे किसान

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महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों के 35000 से अधिक किसान रविवार को मुंबई पहुंच चुके हैं। पूरे ऋण माफी की मांग के लिए किसान मोर्चा आज महाराष्ट्र विधानसभा का घेराव करेगा। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ये किसान 6 मार्च को नासिक से मार्च पर निकले थे। मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में किसानों से मिलने गए सिंचाई मंत्री गिरीश महाजन के आश्वासन के बावजूद किसान विधानसभा का घेराव करने की योजना से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस समेत अन्य दल किसानों के आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं।

किसानो के आंदोलन पर विधानसभा में मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा है कि किसानों की मांग को लेकर मंत्रियों की समिति और प्रतिनिधियों के साथ चर्चा होगी और सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि किसानों की मांगों पर एक समयसीमा तय की जाएगी।

किसान आंदोलन पर बोले राहुल………

इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है यह केवल महाराष्ट्र के किसानों की मांग नहीं है, बल्कि पूरे देश के किसानों की यही समस्या है। इस बीच कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के किसानों के मामले में बोलते हुए कहा कि यह केवल राज्य के किसानों का मसला नहीं है, यह मसला पूरे देश के किसानों का है।

कांग्रेस पार्टी की ओर राहुल गांधी लंबे अर्से से किसानों के मुद्दों पर अपनी बात रखते रहे हैं। किसानों का रुख़ देखते हुए महाराष्ट्र सरकार भी ऐक्शन में आ गई है। किसानों की मांगों पर विचार के लिए फडणवीस सरकार ने एक कमेटी बनाई है, जिसमें छह मंत्री शामिल हैं। कमेटी में चंद्रकांत पाटिल, पांडुरंग फुडकर, गिरीश महाजन, विष्णु सवारा, सुभाष देशमुख और एकनाथ शिंदे शामिल हैं. इससे पहले किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने अपनी तरफ से कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन को किसानों से बातचीत करने भेजा था जिन्होंने किसानों को अश्वासन दिया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक है।

मुंबई के आजाद मैदान में भारी संख्या में किसान आंदोलन के लिए पहुंच गए हैं। ऑल इंडिया किसान सभा के नेतृत्व में आंदोलनरत किसान राज्य सरकार के कर्ज माफी योजना के सही क्रियान्वयन, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसान की उपज का सही दाम दिलवाने और ओला वृष्टि से प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। साथ ही ये विभिन्न प्रोजेक्टों के लिए भूमि अधिग्रहण का भी विरोध कर रहे हैं।

रविवार को मुंबई पहुंचे इस पैदल मार्च में रास्ते से भी किसान शामिल होते गए और अब उनकी संख्या 30 हजार से ऊपर हो चुकी है। किसान सभा के महासचिव अजीत नवले के अनुसार, सोमवार सुबह 9 बजे सायन स्थित सोमैया ग्राउंड से यह मोर्चा रवाना होगा। दादर, भायखला, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस होते हुए यह विधानसभा पहुंचेगा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार अब कोई भी प्रदर्शन या मोर्चा दक्षिण मुंबई स्थित मंत्रालय या विधानसभा तक नहीं जा सकता। इसके बावजूद इस मोर्चे ने विधानसभा को घेरने का मन बना रखा है।

मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर रविवार को किसानों से मिलने गए राज्य के सिंचाई मंत्री गिरीश महाजन ने पत्रकारों को बताया कि सरकार किसान प्रतिनिधियों से मिलने और उनकी सभी मांगें मानने को तैयार है। मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों पर विचार करने के लिए सोमवार को अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है। बता दें कि ऑल इंडिया किसान सभा के इस मोर्चे में ज्यादातर आदिवासी किसान हैं। इनकी मांगों में स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के अलावा किसानों को संपूर्ण कर्ज माफी, प्रमुख जिंसों के डेढ़ गुना मूल्य देना, ओलावृष्टि जैसी प्राकृतिक आपदाओं से त्रस्त होने की स्थिति में प्रति एकड़ 40 हजार रुपये तक मुआवजा देने जैसी मांगें शामिल हैं।

इस किसान मोर्चे के बहाने सियासी दल भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को घेरने में लग गए हैं। इनमें सरकार में शामिल शिवसेना भी शामिल है। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने रविवार को किसान मोर्चा के मुंबई पहुंचने पर किसान नेताओं से मुलाकात की। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने भी किसानों को अपने समर्थन की घोषणा की है। आज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे एवं विधान परिषद में नेता विरोधी दल धनंजय मुंडे भी किसानों से मिलेंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चह्वाण ने भी किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा है कि सरकार को उनकी मांगें मान लेनी चाहिए।

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