बिहार बंद से प्रकाश पर्व प्रभावित नहीं - Punjab Kesari
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बिहार बंद से प्रकाश पर्व प्रभावित नहीं

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पटना : पिछले दिन जनता दल यूनाईटेड केनेताओं ने राष्ट्रीय जनता दल पर आरोप लगाया था कि बिहार बंद 21 दिसम्बर को इसलिए कर रही है कि प्रकाश पर्व को प्रभावित करे। ये बातें आज राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा। लालू प्रसाद ने कहा कि सिख समुदाय लड़ाकू कम हैं क्या? क्या ये किसी से डरने वाला हैं क्या? 10वें गुरू गोविन्द सिंह के पिछले बार समारोह में हमारी ओर से पूरा सहयोग दिया गया।

इस बार भी पटना सिटी एवं बाईपास में कोई भी रोक-टोक नहीं करेगा, न पटना जंक्शन एवं पटना साहिब स्टेशनों पर ट्रेनों को भी बाधित नहीं किया जायेगा। इसके अलावा जो भी आवश्यक स ेवाएं है उसे बाधित नहीं किया जायेगा। हमारे कार्यकर्ता शुकराना समारोह तक सिखों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलने का काम करेगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि एक तरफ बिहार में नीतीश कुमार सुप्रीम कोर्ट के बातों पर भी अमल नहीं कर रहा है जबकि बालू गिटटी के लिए हाईकोर्ट में केस हुआ था और सुप्रीम कोर्ट में भी जजमेंट मिल गया। यह गरीबों का सवाल है पूरे बिहार में बालू के लिए मजदूर दो वक्त का रोटी भी नहीं खा रहे हैं।

गिट्टी और र्इंटा का दादा बालू ही होता है अगर बालू नहीं होगा तो कोई भी मजदूर काम नहीं कर सकता है। इसलिए प्रकाश पर्व पर लोगों से आशा करते हैं कि फिर नीतीश सरकार से अनुरोध करते हैं कि यह गरीबों का सवाल है सरकार तीन तीन बार गलतियां की और उस पर रोक लगाया। बालू और गिट्टी का अभाव हुआ है मिट्टी तेल के बंदी होने से लोगों में कोलाहल मचा हुआ है। शराबबंदी कानून सही है मगर इस तरह का कानून सहीं नहीं है जो घर में एक किलो गाय को खिलाने के लिए महुआ रखा उसे भी जेल जाना पड़े और 15 साल की सजा और लाखों रुपये जुर्माना देना पड़े। यह कहां का कानून है हमारे 54 हजार दलित भाईयों को जेल में बंद कर रखा है। उन्होंने कहा कि आजाद हिन्दुस्तान में इस तरह शराब केनाम पर दलितों का शोषण करना कहां तक मुनासीब है।

इन्हीं सब कारणों के कारण हमलोग 21 दिसम्बर को बिहार बंद करेंगे। मगर सिखों को इससे कोई भी तकलीफ नहीं होगी। शुकराना समारोह में आने वाले श्रद्धालुओं का सम्मान कर रहे हैं लेकिन सरकार गरीब मजदूरों से काम छिन लिया है इससे सरकार कलंकित हुआ है। सिख भाई भी इन गरीबों की लड़ाई बालू और शराबबंदी से दो वक्त के लाले पड़ गये हैं इस आन्दोलन में अपना सहमति दे। क्योंकि सिख 10वें गुरू गोविन्द सिंह किसान गरीब दलित मजदूर शोषित हक के लिए लड़ाई किया उन पर अन्याय करने वाले पर कभी नहीं छोड़ा। दूसरी तरफ केवल पूरे बिहार में हत्या, लूट मार जारी है पटना के बगल बिहटा में व्यापारी के हत्या के विरोध में तीन दिन से बिहटा बाजार बंद है। एक तरफ जहां हत्या, लूट-मार हो रहा है वहीं सरकार अपने प्रचार में मस्त है और बिहार के गरीब जनता त्रस्त है। संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह, वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांति सिंह भी उपस्थित थी।

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