कर्नाटक के एक स्कूल में टीचर ने छड़ी फेंककर बच्चे की दाई आंख की रोशनी छीन ली। घटना के बाद दो सर्जरी भी की गई, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। माता-पिता और स्थानीय लोगों के विरोध के बाद पुलिस ने शिक्षक और पांच अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया।
स्कूल में टीचर्स बच्चों को सजा देने के चक्कर में अपना आपा खो देते हैं। कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर जिले से एक ऐसा ही मामला सामने आ रहा है। एक टीचर ने बच्चे को मारने के लिए उसके ऊपर छड़ी फेंकी। बच्चे को छड़ी इस तरह से लगी कि बच्चे की दाई आंख की रोशनी चली गई। बच्चे की उम्र छह साल है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि इस घटना के संबंध में शिक्षक और पांच अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।
छड़ी फेंकने से लगी चोट
मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि उस समय यशवंत पहली क्लास में पढता है। क्लास में बच्चे शोर मचा रहे थे। पुलिस के मुताबिक, बच्चों को शांत कराने के लिए टीचर ने उनमें से कुछ पर छड़ी फेंकी। छड़ी यशवंत की दाई आंख पर जा लगी। शुरू में, उसके माता-पिता को इस बात का आभास नहीं हुआ कि चोट का इतना बुरा असर पड़ेगा। कुछ दिनों बाद जब बच्चे की हालत बिगड़ी तो माता-पिता बच्चे को चिंतामणि में एक नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास ले गए, जिन्होंने उसे जिला अस्पताल में रेफर कर दिया।
बच्चे की आंख की दो सर्जरी की गई
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बच्चे की आंख की जांच के बाद बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल में दो सर्जरी की गई, लेकिन उसके बाद भी जब कोई सुधार नहीं हुआ तो परिजन उसे बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में ले गए। अधिकारी ने बताया कि वहां जांच के बाद डॉक्टर ने बताया कि उसकी दाहिनी आंख की रोशनी चली गई है।
माता-पिता के प्रदर्शन के बाद हुआ एक्शन
इसके बाद माता-पिता और स्थानीय लोगों ने रविवार शाम बटलाहल्ली पुलिस थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद घटना के सिलसिले में आरोपी शिक्षक और पांच अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पुलिस अधिकारी ने कहा, “माता-पिता की शिकायत के आधार पर हमने भारतीय दंड संहिता और किशोर न्याय अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।”
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