सिर्फ एक कॉल से खाली हो सकता है बैंक अकाउंट: वॉयस क्लोनिंग स्कैम से बचने के 11 जरूरी टिप्स - Punjab Kesari
Girl in a jacket

सिर्फ एक कॉल से खाली हो सकता है बैंक अकाउंट: वॉयस क्लोनिंग स्कैम से बचने के 11 जरूरी टिप्स

सावधान! वॉयस क्लोनिंग से हो सकता है नुकसान

वॉयस क्लोनिंग स्कैम में साइबर क्रिमिनल्स आपकी आवाज की नकल कर बैंक अकाउंट खाली कर सकते हैं। AI तकनीक से सिर्फ 3 सेकंड की रिकॉर्डिंग से आवाज का क्लोन बनाना संभव है, जो असली आवाज जैसी लगती है। इस रिपोर्ट में स्कैम से बचने के 11 जरूरी टिप्स जानें और अपने परिवार को सुरक्षित रखें।

आपकी आवाज ही आपकी पहचान है—और अब यही पहचान साइबर क्रिमिनल्स के निशाने पर है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए अब आपकी आवाज की हूबहू नकल करना संभव हो गया है। इसी तकनीक से वॉयस क्लोनिंग स्कैम को अंजाम दिया जा रहा है, जिसमें जानी-पहचानी आवाज सुनकर लोग झांसे में आ जाते हैं और अपनी गाढ़ी कमाई गवां बैठते हैं।इस रिपोर्ट में जानिए वॉयस क्लोनिंग स्कैम कैसे काम करता है, इससे कैसे बचा जा सकता है और किन बातों का ध्यान रखकर आप और आपके परिवारजन खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। बस 3 सेकंड की रिकॉर्डिंग से आपकी आवाज का क्लोन बनाया जा सकता है। ये रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया, यूट्यूब या किसी भी ऑनलाइन वीडियो से उठाई जा सकती है। क्लोन की गई आवाज इतनी असली लगती है कि आम आदमी फर्क ही नहीं कर पाता।

कैसे फंसते हैं लोग वॉयस क्लोनिंग स्कैम में?

साइबर एक्सपर्ट ईशान सिन्हा बताते हैं कि क्रिमिनल्स लोगों की आवाज का छोटा-सा सैंपल लेकर AI से उसकी नकल तैयार करते हैं। फिर उस नकली आवाज में उनके रिश्तेदारों या दोस्तों को कॉल करके अपहरण, एक्सीडेंट या किसी इमरजेंसी की झूठी कहानी सुनाकर पैसे मांगते हैं। असली जैसी आवाज सुनकर लोग घबरा जाते हैं और बिना पुष्टि किए पैसे ट्रांसफर कर देते हैं।

वॉयस क्लोनिंग से बचने के 11 आसान और जरूरी उपाय

1. कॉलर ID एक्टिव रखें – अज्ञात नंबर से कॉल आए तो सतर्क रहें।

2. नई नंबर से कॉल आने पर तुरंत न मानें – कोई परिचित नए नंबर से पैसे मांगे तो पहले पुराने नंबर पर संपर्क करें।

3. पर्सनल सवाल पूछें – जैसे आखिरी बार कब और कहां मिले थे, परिवार के सदस्यों की जानकारी, पसंदीदा चीजें आदि।

4. वीडियो कॉल करें – शक हो तो वीडियो कॉल कर पहचान की पुष्टि करें।

5. जल्दी में पैसे ट्रांसफर न करें – कोई ज्यादा दबाव बनाए तो सतर्क हो जाएं।

6. बुजुर्गों को जागरूक करें – माता-पिता को बताएं कि उनकी आवाज की भी नकल हो सकती है।

7. बैंक या पुलिस बनकर आए कॉल से सावधान – खुद संबंधित संस्था के ऑफिशियल नंबर पर कॉल कर वेरिफाई करें।

8. कॉल स्पूफिंग से बचें – कॉल काटकर खुद से उस नंबर पर कॉल लगाएं ताकि असली व्यक्ति से संपर्क हो सके।

9. सोशल मीडिया पर आवाज शेयर करने से बचें – अनजान लोगों से निजी बातें न करें।

10. फोन पर इमोशनल बातें सुनकर भी सतर्क रहें – भावुक बातें स्कैम का हिस्सा हो सकती हैं।

11. कॉल रिकॉर्ड करें – संदिग्ध कॉल्स को रिकॉर्ड करके सबूत के तौर पर रखें।

वॉयस क्लोनिंग स्कैम की शिकायत कहां करें?

साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर: 1930

ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज करें: https://cybercrime.gov.in

अगर पैसे भेज दिए हैं: तुरंत बैंक से संपर्क करें और ट्रांजैक्शन रोकने की कोशिश करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

four × 1 =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।