उत्तर प्रदेश में अाए दिन नई घटनाएं अब एक आम बात हो गई है। अब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की फोटो लगाने पर विवाद उपजा है जो थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक ओर जहां देश भर में हुई आलोचना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने सफाई के बहाने तस्वीर को छात्रसंघ भवन से हटा लिया है, वहीं यूनिवर्सिटी के परिसर के पास बुधवार को तमाम छात्रों और हिंदूवादी संगठनों ने उग्र प्रदर्शन किए। परिसर के बाहर उग्र छात्रों ने जिन्ना का पुतला भी फूंका। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई। इसके बाद पुलिस ने बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान एक दर्जन से अधिक छात्र घायल हुए हैं।
छात्रसंघ भवन में जिन्ना की तस्वीर लगाने के विरोध में बुधवार दोपहर विश्वविद्यालय परिसर के पास हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किए। इस दौरान जब हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने छात्रसंघ भवन के तरफ मार्च निकाला तो विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें यहां जाने की अनुमति नहीं दी। इससे प्रदर्शनकारी भड़क गए।
इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने यहां मोहम्मद अली जिन्ना का पुतला फूंकने का प्रयास किया और जब पुलिस अधिकारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो झड़प हो गई। विवाद बढ़ता देख पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए प्रदर्शनकारियों को बलपूर्वक वहां से हटाने का प्रयास किया।
इस दौरान पुलिस ने बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी दागे। इस दौरान एक दर्जन से अधिक छात्र घायल हुए हैं। फिलहाल घायल छात्रों का इलाज जारी है।
हामिद अंसारी का कार्यक्रम रद्द
वहीं उग्र प्रदर्शनों की जानकारी मिलने के बाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन पर पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। दरअसल, हामिद अंसारी को बुधवार दोपहर विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेना था, जिसके लिए वह अलीगढ़ पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में हामिद अंसारी को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्रसंघ का आजीवन मानद सदस्य बनाया जाना था। इस कार्यक्रम के दौरान ही विश्वविद्यालय में हुए तमाम विरोध प्रदर्शनों के बाद समारोह को रद्द कर दिया गया, जिसके बाद हामिद अंसारी बिना कार्यक्रम में शामिल हुए वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
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