आज ही के दिन हुई थी बीजेपी की स्थापना , जानें कैसा रहा अटल से मोदी तक का सफर... - Punjab Kesari
Girl in a jacket

आज ही के दिन हुई थी बीजेपी की स्थापना , जानें कैसा रहा अटल से मोदी तक का सफर…

NULL

बीजेपी आज अपना स्थापना दिवस मना रही है। बीजेपी के 38 साल के इस इतिहास में कई ऐसे तथ्य दर्ज है जिसने कांग्रेस के जवाब में खड़ी हुई इस पार्टी को 4 दशकों में सत्ता के केन्द्र में पहुंचा दिया है। बता दे कि भले ही आज बीजेपी को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनने का रुतबा हासिल हो गया हो लेकिन अपनी इन चार दशकों की यात्रा में इसने बड़े सियासी उतार-चढ़ाव देखे हैं। एक तरफ 1984 में जहां ये मात्र दो सीटों पर सिमट गई तो वहीं दूसरी तरफ 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के पहले गैर-कांग्रेसी परंपरा के नेता के रूप में इसी पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।

बीजेपी का उदय जनसंघ से हुआ। दरअसल 1977 में जनता पार्टी के गठन के लिए जनसंघ(1951 में गठन) का उसमें विलय हो गया। उस साल के चुनावों में जनता पार्टी 295 सीटों के साथ सत्‍ता में आई लेकिन आंतरिक विरोधों के कारण यह प्रयोग महज 30 महीने में टूट गया। नतीजतन जनवरी, 1980 में हुए चुनावों में जनता पार्टी की भारी पराजय हुई और इसको महज 31 सीटें मिलीं। उसके बाद कांग्रेस के विकल्‍प की राजनीति को धार देने के लिए छह अप्रैल, 1980 को बीजेपी (पूर्ववर्ती जनसंघ) का उदय हुआ। अटल बिहारी वाजपेयी इसके संस्‍थापक अध्‍यक्ष बने और उन्‍हीं के नेतृत्‍व में दिसंबर, 1980 में बीजेपी की पहली बैठक हुई। वह 1986 तक इस पद पर रहे।

1984 में आम चुनावों में केवल दो लोकसभा सीटें जीतने में सफल रही। लेकिन 1996 में पार्टी भारतीय संसद में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी और इसने सरकार बनाई जो कि मात्र 13 दिन चली। इसके बाद फिर से 1998 के आम चुनावों के बाद भाजपा के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का निर्माण हुआ और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में सरकार बनी जो एक वर्ष तक चली।

इसके बाद आम-चुनावों में राजग को पुनः पूर्ण बहुमत मिला और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में सरकार ने अपना कार्यकाल पूर्ण किया। इस प्रकार पूर्ण कार्यकाल करने वाली पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनी।

लेकिन 2004 के आम चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा लेकिन 2014 के आम चुनावों में राजग को गुजरात के लम्बे समय से चले आ रहे मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारी जीत मिली और वो पीएम पद पर आसीन हुए हैं। भाजपा ने जिस तरह का प्रदर्शन लोकसभा चुनावों में किया था वो ऐतिहासिक था।

ये है पार्टी का करियर ग्राफ

1984 चुनाव – 2 सीटें ,1989 चुनाव – 85 सीटें ,1991 चुनाव – 120 सीटें , 1996 चुनाव – 161 सीटें ,1998 चुनाव – 182 सीटें ,1999 चुनाव – 182 सीटें ,2004 चुनाव – 138 सीटें, 2009 चुनाव – 116 सीटें, 2014 चुनाव – 282 सीटें,।

आडवाणी रह गए पीएम-इन-वेटिंग

लाल कृष्ण आडवाणी ने 1990-91 में रथ यात्रा निकाली थी। नवंबर 1990 में लालू यादव (तब बिहार के सीएम) ने ऐलान किया कि आडवाणी रथयात्रा लेकर बिहार में आए, तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। और आडवाणी को समस्तीपुर में गिरफ्तार कर लिया गया। बीजेपी ने इस पर वीपी सिंह की सरकार गिरा दी।

उसके बाद केन्द्र में चंद्रशेखर की सरकार बनी। कांग्रेस पार्टी ने उसे भी गिरा दिया। 1991 आम चुनावों में आडवाणी की रथयात्रा का असर हुआ और बीजेपी ने 120 सीटें जीत लीं। 2 सांसदों वाली पार्टी अब देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी थी। 2004 और 2014 के लोकसभा चुनावों में आडवाणी को पीएम इन वेटिंग माना जाता था, मगर वो पीएम नहीं बन सके।

पूर्ण बहुमत से भाजपा सरकार

1. अरुणाचल प्रदेश
2. असम
3. छत्तीसगढ़
4. गोवा
5. गुजरात
6. हरियाणा
7. झारखंड
8. मध्य प्रदेश
9. महाराष्ट्र
10. मणिपुर
11. राजस्थान
12. उत्तर प्रदेश
13. उत्तराखंड
14. हिमाचल प्रदेश
15 त्रिपुरा

सहयोगी दलों के साथ

16. जम्मू-कश्मीर
17. नागालैंड
18. आंध्र प्रदेश
19. सिक्किम
20. बिहार
21. मेघालय

24X7 नई खबरों से अवगत रहने के लिए क्लिक करे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

three + twelve =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।