रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारतीय सेनाओं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में एक कुशल डॉक्टर और सर्जन की तरह काम किया है। उन्होंने आतंकवाद का बड़ी सफलता से ऑपरेशन किया है। अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ में एक निजी अस्पताल के कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने कहा कि जैसे एक कुशल सर्जन जहां बीमारी की जड़ मौजूद होती है, वहीं अपने औजारों का इस्तेमाल करता है, वैसे ही भारतीय सेनाओं ने भी आतंकवाद की जड़ों पर अपने हथियारों का इस्तेमाल किया है। जैसा कि पाकिस्तान की आदत है कि वह जल्दी मानता नहीं है। उसने भारत की जमीन पर हमले करने के प्रयास प्रारंभ किए, आम नागरिकों को निशाना बनाने का प्रयास किया गया। मंदिर, गुरुद्वारे और गिरजाघरों पर निशाना लगाया गया। उसके जवाब में भारतीय सेनाओं ने जो कार्रवाई की है, उसने पाकिस्तान की फौज को घुटनों पर ला दिया।
इस देश की जनता ने यदि हाल में भारतीय सेनाओं का पराक्रम ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देखा है तो हमारे डॉक्टर्स और सर्जन्स का साहस और उनकी प्रतिबद्धता को पूरे देश ने कोविड महामारी के दौरान देखा है: रक्षा मंत्री श्री @rajnathsingh
— Rajnathsingh_in (@RajnathSingh_in) May 20, 2025
रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारी जवाबी कार्रवाई में इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है कि पाकिस्तान के मिलिट्री ठिकानों पर ही प्रहार किया जाए और उनकी आम आबादी को इससे दूर रखा जाए। भाजपा की डबल इंजन की सरकार आपके लिए पूरी तरह से समर्पित है। मैं आप सबको विश्वास दिलाता हूं कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार निरंतर आपके लिए हर दृष्टि से प्रयास करती रहेगी।
जैसा कि आप जानते हैं भारत ने पिछले आतंकवाद के विरुद्ध ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की और सफलता पूर्वक पाकिस्तान में मौजूद आतंकवाद के कई ठिकानों पर करारा प्रहार किया और बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए।
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— Rajnath Singh (@rajnathsingh) May 20, 2025
उन्होंने कहा कि हमेशा अपने मरीज को सबसे पहले रखें। उसे समय दें, उसकी बात सुनें, उसके दर्द को समझें। मरीज का इलाज मशीनों से हो सकता है, लेकिन मरीज के अंदर ठीक होने का भरोसा सिर्फ चिकित्सक ही जगा सकते हैं। आप सब एक ऐसे प्रोफेशन से जुड़े हैं, जो हर दिन बदल रहा है। नए रिसर्च, नई बीमारियां, नई तकनीकें – आपके लिए हर दिन कुछ नया सीखना जरूरी है। मैं आपसे यही कहूंगा कि सीखना कभी बंद मत कीजिए। अपने ज्ञान को और बेहतर बनाइए, ताकि आपके मरीजों को भी सबसे बेहतर इलाज मिल सके। उन्होंने कहा कि जब आप दूसरों की जान बचा रहे होते हैं, तो खुद का ख्याल रखना भी उतना ही जरूरी है। अपनी सेहत, अपने मन और अपने परिवार के लिए समय निकालिए, क्योंकि जब आप खुद स्वस्थ रहेंगे, तभी मरीजों को भी अपना सर्वश्रेष्ठ दे पाएंगे। आपकी यह सेवा भावना, यह समर्पण देश के लिए अमूल्य है।