प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के काटेझरी गांव की कहानी साझा की, जहां आजादी के 77 साल बाद पहली बार सरकारी बस पहुंची। माओवादी हिंसा से प्रभावित इस गांव में बस सेवा शुरू होने से लोगों में खुशी की लहर है और यह क्षेत्र अब तेजी से सामान्य हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 122वें एपिसोड के माध्यम से देश को संबोधित किया। हर बार की तरह पीएम मोदी ने अद्भुत और प्रेरणास्पद किस्से सुनाए। पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में काटेझरी गांव की कहानी देशवासियों के साथ साझा की। यह भारत का एक ऐसा गांव है जहां पर आजादी के 77 साल बाद कोई सरकारी बस पहुंची। उन्होंने ये भी बताया कि इतने बरसों बाद बस पहुंचने की वजह क्या रही?
पीएम मोदी ने कहा, ” मैं आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताना चाहता हूं, जहां पहली बार एक बस पहुंची। जब गांव में पहली बार बस पहुंची तो लोगों ने ढोल-नगाड़े बजाकर उसका स्वागत किया। बस को देखकर लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं था। गांव में पक्की सड़क थी, लोगों को जरूरत थी, लेकिन पहले कभी यहां बस नहीं चल पाई थी। क्योंकि ये गांव माओवादी हिंसा से प्रभावित था।”
‘मन की बात’ के 122वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के कटेझरी गांव के लोग सालों से इस दिन का इंतजार कर रहे थे। यहां पहले कभी बस नहीं चल पाई थी क्योंकि ये गांव माओवादी हिंसा से प्रभावित था और जब पहली बार बस गांव पहुंची तो लोगों ने… pic.twitter.com/5ViElWGKG3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 25, 2025
उन्होंने आगे कहा, ” यह जगह है महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में, और इस गांव का नाम है, काटेझरी। काटेझरी में आए इस परिवर्तन को आसपास के पूरे क्षेत्र में महसूस किया जा रहा है। अब यहां हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं। माओवाद के खिलाफ सामूहिक लड़ाई से अब ऐसे क्षेत्रों तक भी बुनियादी सुविधाएं पहुंचने लगी है। गांव के लोगों का कहना है कि बस के आने से उन लोगों का जीवन बहुत आसान हो जाएगा।”
बता दें कि केंद्र सरकार ने इस क्षेत्र में माओवाद को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इस गांव में 20 मई को बस सेवा शुरू हुई, जिससे ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई। केंद्र सरकार ने माओवाद प्रभावित क्षेत्रों, विशेष रूप से छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बिहार, और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ ), छत्तीसगढ़ पुलिस, और अन्य विशेष बलों ने संयुक्त अभियान चलाए हैं।
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