ED: इन आयोजनों के टिकटों की आधिकारिक बिक्री के लिए प्रमुख तौर से टिकटिंग पार्टनर्स, बुकमायशो और ज़ोमैटो लाइव को अधिकृत किया गया था। इन दोनों प्लेटफार्म ने रिपोर्ट दी है कि कुछ ही मिनटों में सभी टिकट बिक गए थे। अधिक कीमतों पर टिकटों की कालाबाजारी का यह भी एक कारण रहा है।
कॉन्सर्ट की अवैध टिकट बिक्री
ED ने कोल्डप्ले और दिलजीत दोसांझ के दिलुमिनाती कॉन्सर्ट के लिए टिकटों की अवैध बिक्री के संबंध में दिल्ली, मुंबई, जयपुर, चंडीगढ़ और बेंगलुरु में तलाशी अभियान चलाया है। ईडी ने कहा कि तलाशी अभियान के दौरान घोटाले में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिम कार्ड आदि सहित कई आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई और जब्त कर ली गई। यह कदम विभिन्न राज्यों में फर्जी टिकट बिक्री के संबंध में कई एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद उठाया गया है।
5 राज्यों में की छापेमारी
दिलजीत दोसांझ के “दिलुमिनाती” और कोल्डप्ले के “म्यूजिक ऑफ द स्फीयर्स वर्ल्ड टूर” कॉन्सर्ट ने जबरदस्त उत्साह पैदा किया, जिसके चलते आधिकारिक टिकटिंग पार्टनर्स, बुकमाईशो और जोमैटो लाइव ने बताया कि उनके प्लेटफॉर्म पर कुछ ही मिनटों में टिकट बिक गए। हालांकि, इस मांग के कारण टिकटों की अत्यधिक कीमतों पर कालाबाजारी शुरू हो गई है, जिससे प्रशंसकों को पता चला है कि उन्हें नकली टिकट बेचे गए थे या वैध टिकटों के लिए उनसे अत्यधिक कीमत वसूली गई थी।
राज्यों में कई FIR दर्ज
देश भर के विभिन्न राज्यों में कई एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिसमें बुकमाईशो द्वारा कई संदिग्धों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिन पर कॉन्सर्ट में जाने वालों का शोषण करने का संदेह है। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि ये लोग इन प्रतिष्ठित कॉन्सर्ट की उच्च मांग का फायदा उठाते हुए नकली टिकट बेचने और कीमतों में भारी बढ़ोतरी करने में लगे हुए हैं।
PMLA, 2002 के तहत एक जांच शुरू
ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत एक जांच शुरू की है और 25.10.2024 को दिल्ली, मुंबई, जयपुर, बेंगलुरु और चंडीगढ़ के पांच राज्यों में कई स्थानों पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत 13 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली, जहां घोटाले में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिम कार्ड आदि जैसी कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई। इस कार्रवाई का उद्देश्य टिकटों की अवैध बिक्री और इन घोटालों का समर्थन करने वाले वित्तीय नेटवर्क की जांच करना और ऐसी अवैध गतिविधियों से उत्पन्न अपराध की आय का पता लगाना था। ईडी द्वारा की गई तलाशी और जांच से इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और टेलीग्राम का उपयोग करके सोशल मीडिया के माध्यम से नकली टिकट सहित ऐसे टिकट उपलब्ध कराने के लिए जाने जाने वाले कई व्यक्तियों के बारे में जानकारी सामने आई है।
(Input From ANI)