झारखंड में इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा को धूल चटाकर सरकार बनाने के जादुई आकड़े के पार पहुंचे झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत महागठबंधन का नेतृत्व करने वाले श्री हेमंत सोरेन कल रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में राज्य के ज्ञारहवें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू मोरहाबादी मैदान में आयोजित होने वाले भव्य समारोह में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) विधायक दल के नेता हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पथ की शपथ दिलाएंगी। इसके अलावा महागठबंधन के घटक झामुमो और कांग्रेस के एक-एक विधायक भी मंत्री पद की शपथ लेंगे।
झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष एवं पहली बार विधायक चुने गए डॉ. रामेश्वर उरांव एवं झामुमो के स्टीफन मरांडी के कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने की उम्मीद है। इसके बाद अन्य मंत्रियों को नए वर्ष के पहले सप्ताह में या 14 जनवरी को मकर संक्रांति के बाद यानि खरमास समाप्त होने के बाद शपथ दिलाई जाएगी।
श्री सोरेन के मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती समेत कई दिग्गज शामिल होंगे।
झामुमो की ओर से रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान 29 दिसंबर 2019 को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की सहमति प्रदान करने वाले गणमान्य राजनेताओं की जारी सूची के अनुसार, समारोह में आने की सहमति पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बसपा प्रमुख मायावती, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी है।
समारोह में आने वाले राजनेताओं में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार, आंध, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल, पूर्व सांसद शरद यादव, द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष एम.के. स्टालिन, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) नेता कन्हैया कुमार, कांग्रेस नेता के. सी. वेणुगोपाल और झारखंड में कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह शामिल हैं।
इनके अलावा सूची में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, द्रमुक सांसद कनीमोझी, सांसद टी। आर। बालू, बिहार के पूर्व वित्त मंत्री अब्दुलबारी सिद्दीकी, कांग्रेस नेता उमंग सिंघार, प्रणव झा और ओडिशा कांग्रेस के अध्यक्ष निरंजन पटनायक के नाम शामिल हैं।
महागठबंधन के घटक झामुमो, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बीच मंत्री पद का फॉर्मूला तय हो गया है। इस फॉर्मूले के तहत मुख्यमंत्री सहित छह मंत्री पद झामुमो से, पांच मंत्री कांग्रेस से और एक मंत्री राजद से होंगे। झारखंड के 81 सदस्यीय विधानसभा में मुख्यमंत्री समेत 12 कैबिनेट मंत्री बनाए जाने का ही प्रावधान है।
उल्लेखनीय है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन ने सरकार बनाने के जादुई आंकड़े से अधिक 47 सीटें जीती हैं। किसी दल या गठबंधन को सरकार बनाने के लिए 41 सीटें ही जरूरी हैं। इस बार झामुमो ने 30, कांग्रेस ने 16 और राजद ने एक सीट पर जीत का परचम लहराया है।