नई दिल्ली : आज आधी रात से देश में गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स यानी जीएसटी (GST) लागू हो जायेगा। इसके साथ ही एक देश एक टैक्स सिस्टम देश भर में लागू हो जायेगा। देशभर में जीएसटी लागू करने के लिए सरकार ने आज संसद के सेंट्रल हॉल में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया है। सेंट्रल हॉल में आधी रात को घंटा बजाकर जीएसटी लॉन्च किया जायेगा लेकिन कांग्रेस, लेफ्ट, आरजेडी, टीएमसी और डीएमके ने इस कार्यक्रम का बॉयकॉट किया है। ख़बरों के मुताबिक महागठबंधन में शामिल जेडीयू समारोह में शामिल होगा।
ऐप का बटन दबाकर लॉंच होगा जीएसटी
संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ऐप का बटन दबाकर जीएसटी लॉंच करेंगे। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के अलावा इस ऐतिहासिक मौके पर उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, स्पीकर सुमित्रा महाजन, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एच डी देवगौड़ा मौजूद रहेंगे। समारोह की शुरूआत रात 11बजे से होगी जो आधी रात को 12 बजकर 10 मिनट तक चलेगा।
- 10 बजकर 30 मिनट पर स्पीकर, प्रधानमंत्री और उप-राष्ट्रपति संसद पहुंचेंगे।
- 11 बजे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आयेंगे। इसके 1 मिनट के बाद संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रगान होगा।
- 11 बजकर 3 मिनट पर वित्त मंत्री अरुण जेटली भाषण देंगे।
- 11 बजकर 15 मिनट पर प्रधानमंत्री मोदी का भाषण होगा।
- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 11 बजकर 38 मिनट पर भाषण देंगे।
- ठीक आधी रात 12 बजे जीएसटी को लॉन्च कर दिया जायेगा।
संसद में तीसरी बार हो रहा है आधी रात को कार्यक्रम
देश के इतिहास में इससे पहले केवल तीन ही ऐसे ऐतिहासिक मौके आये हैं जब आधी रात को संसद का विशेष कार्यक्रम रखा गया। पहली बार 1947 में आजादी के वक्त फिर आज़ादी की पच्चीसवीं सालगिरह यानी 1972 में और तीसरी बार आज़ादी की पचासवीं सालगिरह यानी 1997 में।
कौन होगा ऐतिहासिक पल का गवाह
तय कार्यक्रम के मुताबिक, 30 जून को जीएसटी को लेकर संसद भवन में 11 बजे रात्रि में कार्यक्रम शुरू हो जाएगा। संसद के सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों के सांसद मौजूद रहेंगे. इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी विशेष तौर पर उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कैबिनेट के सभी सहयोगियों के साथ सेंट्रल हॉल के इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।
संसद के इस विशेष सत्र में दोनों सदनों के सांसदों के अलावा जीएसटी काउंसिल के सभी सदस्यों को आमंत्रित किया गया है। जीएसटी काउंसिल में सभी राज्यों के वित्त मंत्री भी सदस्य होते हैं। लिहाजा, उन्हें भी इस सत्र में विशेष तौर पर बुलाया गया है। समारोह में लता मंगेशकर, अमिताभ बच्चन, सोली सोराबजी, हरीश साल्वे, रतन टाटा, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा, आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल, पूर्व आरबीआई गवर्नर सी रंगराजन, बिमल जालान और डी सुब्बाराव सहित कई जाने-माने लोग होंगे।
विपक्ष का बहिष्कार
लेकिन इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस और लेफ्ट ने इसका बहिष्कार करने का ऐलान किया है। कांग्रेस ने तो संसद के सेंट्रल हॉल में आधी रात को हो रहे कार्यक्रम को परंपरा के खि़लाफ बताया है। टीएमसी और डीएमके भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की बात पहले ही कह चुकी है हालांकि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक बार फिर सबसे कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है…
हालांकि महागठबंधन में शामिल जेडीयू ने एक बार फिर कांग्रेस और आरजेडी से अलग रास्ता अख्तियार करते हुए कार्यक्रम में शामिल होने की बात की है जबकि आरजेडी पटना में जीएसटी के ख़िलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी दूसरी तरफ फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंटस्ट्री ने पूरे राज्य में बंद का आह्वान किया है।
जीएसटी लागू करने के लिए केंद्र सरकार ने वित्त मंत्रालय में एक मिनी वॉर रूम बनाया है। मिनी वॉर रूम में कई फोन लाइन्स और कम्प्यूटर सिस्टम लगाए गए हैं।
1 जुलाई से देश में लगने वाले सभी अप्रत्यक्ष करों की जगह जीएसटी ले लेगा। इससे 16 तरह के टैक्स, 1,150 तरह की चुंगी, अलग-अलग कीमतों से देश को आज़ादी मिल जायेगी। जीएसटी से दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था का टैक्स सिस्टम रातों रात बदल जायेगा।