वैज्ञानिक और भारत में हरित क्रांति के जनक डॉ. एमएस स्वामीनाथन का गुरुवार सुबह 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया। मिली जानकारी के मुताबिक चेन्नई में सुबह 11.15 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका जन्म 7 अगस्त, 1925 को हुआ था। बताया जा रहा है कि पिछले 15 दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी।
पीएम मोदी ने जाहिर किया दुख
डॉ. स्वामीनाथन के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि हमारे देश के इतिहास के एक बहुत ही महत्वपूर्ण समय में कृषि में उनके अभूतपूर्व कार्य ने लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया और हमारे देश के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की।
Deeply saddened by the demise of Dr. MS Swaminathan Ji. At a very critical period in our nation’s history, his groundbreaking work in agriculture transformed the lives of millions and ensured food security for our nation. pic.twitter.com/BjLxHtAjC4
— Narendra Modi (@narendramodi) September 28, 2023
कृषि वैज्ञानिक डॉ. स्वामीनाथन ने 1960 के दशक में भारत को अकाल जैसी परिस्थितियों से बचाने के लिए अपनी नीतियों के माध्यम से एक सामाजिक क्रांति लाई। उन्हें 1987 में प्रथम विश्व खाद्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिसके बाद उन्होंने चेन्नई में एमएस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना की।