लोकसभा में गुरुवार को कई दलों के सदस्यों ने देश में पानी की कमी की समस्या को लेकर चिंता प्रकट की जिस पर लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सरकार इस विषय पर चर्चा कराए। ओम बिरला ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान यह टिप्प्णी की और इस पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि ‘हम तैयार हैं।’
जल शक्ति मंत्रालय से जुड़े पूरक प्रश्न पूछने के दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, बीजेपी के अजय मिश्रा और द्रमुक के ए राजा ने देश के कई इलाकों में पानी की कमी और भूजल का स्तर नीचे जाने को लेकर चिंता जताई। इस पर बिरला ने कहा कि कई सदस्य जल संरक्षण पर अपनी बात रखना चाहते हैं।
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प्रधानमंत्री और इस सदन के नेता ने भी जल संरक्षण को महत्व दिया है और अलग मंत्रालय बनाया है। सरकार से कहा है कि वह जल संरक्षण पर चर्चा कराए। उनके इस कथन पर संप्रग प्रमुख सोनिया गांधी सहित सत्तापक्ष और विपक्ष के कई सदस्यों ने मेजें थपथपाईं। इसके बाद मेघवाल ने कहा कि चर्चा के लिए हम तैयार हैं।
इससे पहले लोकसभा में पूरक प्रश्नों के जवाब में जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि कृषि क्षेत्र में पानी का अत्यधिक उपयोग किए जाने पर ध्यान देने की जरूरत है। चावल की पैदावार में भारत में जितना पानी का उपयोग होता है उससे कम में कई देशों में चावल की पैदावार होती है।
उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों ने कृषि क्षेत्र में पानी का उपयोग कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं और दूसरे राज्यों को भी कदम उठाने की जरूरत है।