कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बयानबाज़ी जारी है। विपक्ष लगातार इन कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए मोदी सरकार पर हमला कर रहा है। इसी चरण में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि हाल में पारित तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे ‘कुछ’’ किसानों को उनके ‘राजनीतिक आकाओं’ ने गुमराह किया है और वे चीजों को ऐसे पेश कर रहे हैं कि जैसे किसान उनके साथ हैं।
कृषि कानूनों के विरोध को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए जावड़ेकर ने कहा, ‘‘वह पखवाड़े में एक बार ही तो लोगों के सामने आते हैं।’’ उन्होंने गांधी को इन केंद्रीय कानूनों पर खुली बहस की चुनौती दी। केंद्रीय पर्यावरण एवं सूचना मंत्री ने कहा कि भारत में किसान कृषि कानूनों एवं अन्य किसानोन्मुख पहल जैसे प्रधानमंत्री किसान योजना से खुश हैं।
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भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तमिलनाडु इकाई द्वारा मरैमलई नगर के समीप आयोजित सभा में किसानों को संबोधित करते हुए जावड़ेकर ने दावा किया, ‘‘पंजाब के किसानों को पिछली संप्रग शासन की तुलना में राजग के शासनकाल में हर साल न्यूनतम समर्थन मूल्य के रूप में दोगुनी धनराशि मिली है। उनकी आय पहले ही दोगुनी हो गयी है और वे इसे महसूस भी कर रहे हैं। इसपर भी, वे आंदोलन कर रहे हैं, क्योंकि वे गुमराह किये जा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन देशभर में बहस का बड़ा विषय हो गया है, क्योंकि ‘कुछ किसानों एवं उनके राजनीतिक आकाओं ने दिल्ली और उसके आसपास आंदोलन छेड़ा और यह दिखाया कि यह अखिल भारतीय आंदोलन है और भारत के किसानों के पक्ष में है।’’ मंत्री ने कहा , ‘‘लेकिन सभी जगह किसान नये कानूनों से खुश हैं और किसान कल्याण योजनाएं जारी रहेंगी।’’