किसानों के समर्थन में पहुंची चलती फिरती झोपड़ी, पंखा-लाइट और म्यूजिक सिस्टम की है सुविधा - Punjab Kesari
Girl in a jacket

किसानों के समर्थन में पहुंची चलती फिरती झोपड़ी, पंखा-लाइट और म्यूजिक सिस्टम की है सुविधा

गाजीपुर बॉर्डर पर हरियाणा के रोहतक जिले से एक किसान चलती फिरती झोपड़ी लेकर किसानों के समर्थन में

कृषि कानून के खिलाफ करीब तीन महीने से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है, ऐसे में गाजीपुर बॉर्डर पर हरियाणा के रोहतक जिले से एक किसान चलती फिरती झोपड़ी लेकर किसानों के समर्थन में पहुंचा हुआ है। इस झोपड़ी की खासियत ये है कि इसे एक ऑटो के ऊपर बसाया गया है, इसमें सोलर सिस्टम भी है, जिससे पंखा, लाइट और म्यूजिक सिस्टम चल सकें। वहीं इसे एक जगह से दूसरी जगह भी आसानी ले जाया सकता है।
रोहतक जिले के निवासी सोनू ने बताया क़ि किसानों के समर्थन में हम यहां पहुंचे हुए हैं, इस झोपड़ी में सभी सुविधा मुहैया कराई गई है, इसमें सोलर सिस्टम लगा हुआ है जिससे कि इसमें लाइट और म्यूडिक सिस्टम चलता है। रोशनी के लिए एक बल्ब लगा रखा है, वहीं पंखे की भी व्यवस्था की गई है। हम सिंघु बॉर्डर, टिकरी और अन्य बॉर्डर पर भी हो कर आ चुके हैं।
हालांकि जब झोंपडी के मालिक से पूछा गया कि क्या इसे पुलिस नहीं रोकती? तो इसके जवाब में सोनू ने कहा कि कोई नहीं रोकता बल्कि सड़को पर चल रहे लोगों को ये काफी पंसद आती है। झोपड़ी के साथ आए किसानों का कहना है कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं होगा तब तक हम ऐसे ही बॉर्डर पर घूमते रहेंगे।
सरकार और किसान संगठनों के बीच 11 दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है। दूसरी ओर फिर से बातचीत शुरू हो इसके लिए किसान और सरकार दोनों तैयार हैं, लेकिन अभी तक बातचीत की कोई संभावना दिखाई नहीं दे रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।