विदेश मंत्री एस जयशंकर बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा की मौजूदगी में सोमवार को औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल हो गए। अनुभवी राजनयिक और पूर्व विदेश सचिव जयशंकर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्री के तौर पर अपनी सरकार में शामिल किया है। उन्हें गत 30 मई को अन्य लोगों के साथ मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी।
बीजेपी उन्हें गुजरात से राज्यसभा के लिये उम्मीदवार बना सकती है। उन्हें शपथ लेने के छह महीने के भीतर संसद के किसी भी सदन का सदस्य बनना होगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर फिलहाल संसद के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें गुजरात से राज्यसभा भेज सकती है।
बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और स्मृति ईरानी के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो गई हैं। देश के प्रमुख सामरिक विश्लेषकों में से एक दिवंगत के सुब्रमण्यम के पुत्र जयशंकर ऐतिहासिक भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के लिए बातचीत करने वाली भारतीय टीम के एक प्रमुख सदस्य थे।
इस समझौते के लिए 2005 में शुरूआत हुई थी और 2007 में मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली संप्रग सरकार ने इस पर हस्ताक्षर किए थे। 1977 बैच के विदेश सेवा के अधिकारी एस जयशंकर मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में 2015 से 2018 तक विदेश मंत्रालय में सचिव रहे।