EVM Controversy: Mumbai की निर्वाचन अधिकारी ने मीडिया खबर का खंडन किया
Girl in a jacket

EVM Controversy: Mumbai की निर्वाचन अधिकारी ने मीडिया खबर का खंडन किया, कहा EVM पूरी तरह से छेड़छाड़ से सुरक्षित

EVM Controversy

EVM Controversy: इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM ) एक स्वतंत्र प्रणाली है, जिसमें किसी भी तरह की छेड़छाड़ से बचाव के लिए मजबूत प्रशासनिक सुरक्षा उपाय हैं और इसे ‘अनलॉक’ करने के लिए किसी ओटीपी ( OTP ) की कोई जरूरत नहीं है। यह बात एक निर्वाचन अधिकारी ने रविवार को कही।

Highlights
. Mumbai की निर्वाचन अधिकारी ने मीडिया खबर का खंडन किया
. कहा EVM पूरी तरह से छेड़छाड़ से सुरक्षित

निर्वाचन अधिकारी ने EVM Controversy का खंडन किया

मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र की निर्वाचन अधिकारी वंदना सूर्यवंशी, मिड-डे समाचार पत्र(EVM Controversy) में प्रकाशित एक खबर पर प्रतिक्रिया दे रही थीं, जिसमें कहा गया है कि शिवसेना उम्मीदवार रवीन्द्र वायकर के एक रिश्तेदार ने 4 जून को मतगणना के दौरान एक मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया था, जो ईवीएम से जुड़ा था। वायकर मात्र 48 वोट से चुनाव जीते थे।सूर्यवंशी ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ईवीएम एक स्वतंत्र प्रणाली है और इसे ‘अनलॉक’ करने के लिए किसी ओटीपी की कोई जरूरत नहीं होती है। इसे प्रोग्राम नहीं किया जा सकता है तथा इसमें कोई वायरलेस संचार क्षमता नहीं होती। यह एक समाचार पत्र द्वारा फैलाया जा रहा झूठ है।

Assam: Training programme on EVM for upcoming General Election to Lok Sabha  2024 held in Sonitpur

EVM Controversy:निर्वाचन अधिकारी ने क्या कहा?

वनराई पुलिस के अनुसार, वायकर के रिश्तेदार मंगेश पांडिलकर पर 4 जून को आम चुनाव के परिणाम घोषित होने के दिन गोरेगांव स्थित एक मतगणना केंद्र पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (आधिकारिक आदेश की अवहेलना) के तहत एक मामला दर्ज किया गया।सूर्यवंशी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जोगेश्वरी विधानसभा क्षेत्र के डेटा एंट्री ऑपरेटर दिनेश गुरव का निजी मोबाइल फोन एक अनधिकृत व्यक्ति के पास पाया गया और इस संबंध में कार्रवाई की जा रही है।

ईवीएम विवाद : महाराष्ट्र के कलेक्टर ने मानी EVM से छेड़छाड़ की बात, आरटीआई  में खुलासा

सूर्यवंशी ने कहा, डेटा प्रविष्टि और मतगणना दो अलग-अलग पहलू हैं। एक ओटीपी एआरओ को डेटा प्रविष्टि के लिए इनकोर लॉगिन सिस्टम खोलने में सक्षम बनाता है। मतगणना प्रक्रिया स्वतंत्र है और इसका मोबाइल फोन के अनधिकृत उपयोग से कोई लेना-देना नहीं है, जो एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और इसकी जांच की जा रही है।

(शीर्षक को छोड़कर, यह कहानी पंजाब केसरी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं की गई है और एक सिंडिकेटेड फ़ीड से प्रकाशित हुई है )

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

3 + 19 =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।