केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने रविवार को बेंगलुरु में 15वें एयरो इंडिया इंटरनेशनल सेमिनार में स्वदेशी एस्ट्रा बियॉन्ड विजुअल रेंज (बीवीआर) मिसाइल और एचटीटी-40 (हिंदुस्तान टर्बो ट्रेनर-40) विमान के लिए प्रतिबंधित सैन्य प्रकार के प्रमाण पत्र (आरएमटीसी) सौंपे। सेठ ने विमान और प्रणालियों के जीवन विस्तार के लिए मार्गदर्शन सामग्री भी जारी की। सचिव डीडीआरएंडडी और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ समीर वी कामत; आरएम के पूर्व एसए और एईएसआई के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी; वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल तेजिंदर सिंह; और अन्य भी कार्यक्रम के दौरान मौजूद थे।
एक्स पर एक पोस्ट में सेठ ने कहा कि “आज डीआरडीओ और एईएसआई द्वारा आयोजित 15वें एयरो इंडिया इंटरनेशनल सेमिनार में मैंने एस्ट्रा बीवीआर और एचटीटी-40 के लिए प्रतिबंधित सैन्य प्रकार प्रमाण पत्र (आरएमटीसी) सौंपे और विमान प्रणालियों के जीवन विस्तार के लिए मार्गदर्शन सामग्री जारी की, जिससे भारत की वैमानिकी क्षमताएं बढ़ेंगी।” विशेष रूप से रक्षा मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि द्विवार्षिक एयरो-इंडिया इंटरनेशनल सेमिनार का 15वां संस्करण शनिवार को कर्नाटक के बेंगलुरु में शुरू हुआ।
मंत्रालय के अनुसार दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के सेंटर फॉर मिलिट्री एयरवर्थनेस एंड सर्टिफिकेशन (सीईएमआईएलएसी) द्वारा एयरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (एईएसआई) के सहयोग से एयरो इंडिया 2025 की प्रस्तावना के रूप में किया गया है, जो 10 से 14 फरवरी तक बेंगलुरु में आयोजित किया जाएगा।
बयान में कहा गया है कि सेमिनार वैश्विक एयरोस्पेस क्षेत्र में एक प्रमुख कार्यक्रम है। इस वर्ष का विषय है ‘भविष्य की एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी: डिजाइन सत्यापन में चुनौतियां’, जिसमें भविष्य की एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी में उभरते रुझान और सैन्य उड़ान योग्यता एवं प्रमाणन: डिजाइन और परीक्षण में चुनौतियां पर चर्चा और विचार-विमर्श पर प्रकाश डाला गया है। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि स्पेन से एयरबस डिफेंस एंड स्पेस; यूके से कोलिन्स एयरोस्पेस, जीई एयरोस्पेस, मार्टिन-बेकर, एमबीडीए और रोल्स-रॉयस; इज़राइल से राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स; और SAFRAN फ्रांस जैसी प्रमुख विदेशी कंपनियों से हैं।