पीएम मोदी से एली लिली की बातचीत: भारत की आर्थिक महाशक्ति की ओर
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Eli Lilly: भारत को आर्थिक महाशक्ति के रूप में देखता है, पीएम मोदी से बातचीत का असर

भारत : न्यूयॉर्क में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गोलमेज वार्ता के बाद, एली लिली के सीईओ डेविड रिक्स ने भारत के तेजी से उभरते आर्थिक परिदृश्य की सराहना की। रिक्स ने इस बैठक को एक महत्वपूर्ण अवसर बताया, जिसमें उन्होंने भारत की तकनीकी प्रगति और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर गहराई से चर्चा की।

Highlights: 

  • न केवल आर्थिक, बल्कि सामाजिक परिवर्तन
  • स्थायी स्वास्थ्य समाधान के लिए प्रतिबद्धता
  • भविष्य की योजनाएं और निवेश

तकनीकी प्रगति और स्वास्थ्य पर चर्चा

डॉ. रिक्स ने कहा कि वार्ता के दौरान उन्होंने और पीएम मोदी ने प्रौद्योगिकी की उन्नति, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और जैव प्रौद्योगिकी के उपयोग पर विचार साझा किए। उन्होंने इसे “एक शानदार बैठक” करार दिया, जिसमें भारत की विकास संभावनाओं पर गहराई से चर्चा की गई। रिक्स का मानना है कि भारत एक महत्वपूर्ण बाजार है और देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं।

Eli Lilly का अनुसंधान केंद्र विस्तार

एली लिली ने भारत में अपने अनुसंधान केंद्र के विस्तार की योजना बनाई है। रिक्स ने बताया कि उनकी कंपनी पहले से ही भारत में एक बड़ा अनुसंधान-आधारित केंद्र चला रही है, और इसे बढ़ाने की योजना है। उन्होंने यह भी कहा, “हम जो उत्पाद विकसित कर रहे हैं, खासकर मोटापा, मधुमेह जैसी सामान्य बीमारियों के लिए, जिनसे बहुत से भारतीय पीड़ित हैं, उन्हें हम इस बाजार में बड़े पैमाने पर लाने का इरादा रखते हैं।”

यह विस्तार न केवल एली लिली की उत्पाद रेंज को बढ़ाएगा, बल्कि भारतीय बाजार में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुलभ बनाएगा। रिक्स ने भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी का भी उल्लेख किया, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद भारत के लोगों तक पहुंचें।

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क्षेत्रीय बाजार में वृद्धि की रणनीति

एली लिली की योजना केवल भारत तक सीमित नहीं है। कंपनी ने पड़ोसी देशों, जैसे नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका में अपने वितरण और प्रचार क्षमताओं को बढ़ाने का इरादा जताया है। एली लिली ने भारत में दो अलग-अलग व्यावसायिक संस्थाओं के माध्यम से काम करने का निर्णय लिया है, जो पूरे क्षेत्र में अपनी दवा और विकास क्षमताओं को व्यापक बनाएगा।

इसके अतिरिक्त, कंपनी ने जनवरी 2016 में बैंगलोर में एक क्षमता केंद्र खोला, जिसे ‘एली लिली सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ कहा जाता है। यह केंद्र न केवल भारतीय बाजार के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके माध्यम से एली लिली अन्य दक्षिण एशियाई देशों में भी अपने उत्पादों को पहुंचाने की योजना बना रही है।

स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग का महत्व

एली लिली का भारत के प्रति यह नया दृष्टिकोण और पीएम मोदी के साथ हुई चर्चा, देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन लाने की संभावना को दर्शाती है। रिक्स ने कहा, “भारत के साथ काम करना एक रोमांचक क्षण है। हम यहां की प्रतिभाओं और तकनीकी क्षमताओं का पूरा लाभ उठाने के लिए तैयार हैं।” इस प्रकार, एली लिली का भारत के प्रति प्रतिबद्धता केवल आर्थिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इससे न केवल स्थानीय स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होंगी, बल्कि यह भारतीय लोगों के जीवन स्तर को भी ऊंचा उठाने में सहायक होगा।

 

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