ED ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के भिलाई स्थित आवास पर छापा मारा। यह कार्रवाई शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामलों की जांच के तहत की गई है। भूपेश बघेल पर कई अन्य घोटालों के आरोप भी लगे हैं, जिनमें महादेव सट्टा ऐप और कोल लेवी स्कैम शामिल हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज 10 मार्च को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के घर पर छापा मारा। यह छापेमारी उनके भिलाई स्थित आवास पर की गई। इसके अलावा, ED ने छत्तीसगढ़ की 14 अन्य लोकेशनों पर भी कार्रवाई की है। यह जांच आर्थिक अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों को लेकर की जा रही है, जिसके तार शराब घोटाले से जुड़े बताए जा रहे हैं।
क्या है छत्तीसगढ़ शराब घोटाला?
भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री रहते हुए छत्तीसगढ़ में 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले का आरोप लगा था। इस मामले में अब तक कई अधिकारियों और एक पूर्व मंत्री की गिरफ्तारी हो चुकी है। ED इस घोटाले की गहराई से जांच कर रही है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर शराब घोटाले के अलावा महादेव सट्टा ऐप और कोल लेवी स्कैम में भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।कोल लेवी स्कैम करीब 570 करोड़ रुपये का बताया जाता है। महादेव सट्टा ऐप से भी अवैध लेन-देन के आरोप लगे हैं।
इन घोटालों के कारण 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। फिलहाल, भूपेश बघेल कांग्रेस महासचिव के रूप में काम कर रहे हैं।
चैतन्य बघेल कौन हैं?
भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े हैं। इसके अलावा, उन्हें खेती में भी रुचि है। उनकी शादी तीन साल पहले ख्याति बघेल से हुई थी, जो एक किसान परिवार से ताल्लुक रखती हैं। ED को शक है कि शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग हुई है। इसी वजह से अब चैतन्य बघेल समेत कई लोगों के खिलाफ जांच तेज कर दी गई है। आगे इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
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