प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को डीएमके महासचिव और तमिलनाडु के जल संसाधन मंत्री दुरईमुरुगन के आवास पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के दिशा-निर्देशों के कथित उल्लंघन और विमुद्रीकरण अवधि के दौरान बैंक अधिकारियों द्वारा धोखाधड़ी से जुड़े कथित धन शोधन मामले में छापेमारी की।
तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में दुरईमुरुगन और अन्य आरोपी व्यक्तियों से जुड़े चार स्थानों पर सुबह से ही छापेमारी चल रही है। यह जांच आरबीआई के दिशा-निर्देशों के कथित उल्लंघन और बैंक अधिकारियों द्वारा धोखाधड़ी से संबंधित है, जिन पर 200 रुपये के नोटों को 500 और 1,000 रुपये के नोटों में अवैध रूप से बदलने का आरोप है।
यह मामला आरबीआई के दिशा-निर्देशों के कथित उल्लंघन से उपजा है। डीएमके महासचिव और तमिलनाडु के जल संसाधन मंत्री दुरईमुरुगन से जुड़े स्थानों पर ईडी के छापे, इन कथित अनियमितताओं की सीमा को उजागर करने और साजिश में शामिल लोगों की पहचान करने के प्रयासों का हिस्सा हैं।
केंद्र ने 8 नवंबर, 2016 को कई उद्देश्यों के साथ 1,000 रुपये और 500 रुपये के करेंसी नोटों की कानूनी निविदा स्थिति को रद्द करने का फैसला किया, जिसमें काला धन बाहर निकालना, नकली भारतीय मुद्रा नोट (एफआईसीएन) को खत्म करना, आतंकवाद और वामपंथी उग्रवाद के वित्तपोषण की जड़ पर प्रहार करना, कर आधार और रोजगार का विस्तार करने के लिए गैर-औपचारिक अर्थव्यवस्था को औपचारिक अर्थव्यवस्था में परिवर्तित करना था