भोपाल: जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण तथा सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य ने कहा कि कम साक्षरता वाले अनुसूचित-जनजाति क्षेत्र में नए छात्रावास खोले जाएंगे। इसके लिए उन्होंने जिला अधिकारियों को ऐसे क्षेत्र चुनकर अवगत करवाने को कहा है। उन्होंने छात्रावास और आश्रमों में 31 दिसम्बर तक सीसीटीव्ही कैमरे लगवाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि कैमरे लगाने में निजता की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाए और कैमरे प्रमुख द्वार पर अवश्य लगवाएं।
साथ ही इसका रखरखाव तथा मॉनीटरिंग भी की जाए। उन्होंने इसके लिए राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम भोपाल में बनाने को भी कहा। श्री आर्य ने छात्रवृत्ति और आवास सहायता के लंबित प्रकरणों का निराकरण जल्द से जल्द करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अच्छा काम करने वाले और कम गति से काम करने वालों की ग्रेडिंग लिस्ट बनाई जाएगी। पोस्ट-मेट्रिक छात्रवृत्ति के आवेदनों का 30 नवम्बर तक अभियान चलाकर निराकरण करने के भी उन्होंने निर्देश दिए।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों से छात्रावास, स्कूल, कॉलेजों में जरूरत की चीजों की आवश्यकता बताने को भी कहा। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त कक्ष जैसी कमी को 8 दिन के अंदर बताएं। उन्होंने कक्षा10वीं-12वीं में ड्रॉप आउट विद्यार्थियों के कारण जानने के भी निर्देश दिए।
संयम और धैर्य से किया गया काम कभी व्यर्थ नहीं जाता- आरसीव्हीपी प्रशासन अकादमी में डिप्टी कलेक्टर के नये बैच से चर्चा करते हुए श्री आर्य ने कहा कि संयम और धैर्य से किया गया काम कभी व्यर्थ नहीं जाता। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से प्रतिदिन एक घंटे का समय गरीब बच्चों को बेहतर शिक्षा देने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे गरीब बच्चों को उचित मार्गदर्शन मिलने से उनका भविष्य बेहतर होगा।
उन्होंने कहा कि शासन की व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के लिए क्या-क्या प्रयोग किए जा सकते हैं, इस बारे में भी सोचने की आवश्यकता है। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि अनुभवों से ही परिपक्वता आती है। प्रत्येक दिन नई चुनौतियां सफलता का मार्ग तय करेंगी। इस मौके पर अकादमी की महानिदेशक श्रीमती कंचन जैन भी उपस्थित थीं।