थारू जनजाति का विकास प्राथमिकता - Punjab Kesari
Girl in a jacket

थारू जनजाति का विकास प्राथमिकता

NULL

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पश्चिम चम्पारण जिला के हरनाटांड़ स्थित बिनवलिया में भारतीय थारु कल्याण महासंघ के 40वें वार्षिक महाधिवेशन का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। स्थानीय नेताओं ने फूल माला एवं गुलदस्ता भेंटकर मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस मौके पर स्कूली छात्राओं ने स्वागत गान गाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। भारतीय थारु कल्याण महासंघ के सचिव राजकुमार महतो ने मुख्यमंत्री के स्वागत में अभिनंदन पढ़ा।

मुख्यमंत्री के स्वागत में थारू जनजाति की महिलाओं द्वारा झमटा नृत्य भी प्रस्तुत किया गया। जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने सबसे पहले भारतीय थारु कल्याण महासंघ के 40वें वार्षिक महाधिवेशन के मौके पर मौजूद थारू समाज के लोगों को अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि साल में एक बार बाल्मीकि नगर इलाके के इस वन क्षेत्र का भ्रमण करने हम जरूर आते हैं।

मेरा मानना है कि बिहार का यह सबसे सुंदर स्थल है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 में विकास यात्रा की शुरुआत हमने पश्चिम चंपारण से की थी और जब भी कोई यात्रा हम प्रारंभ करते हैं तो उसकी शुरूआत चंपारण की इस धरती से ही करते हैं। उन्होंने कहा कि 19 जनवरी 2009 को सुबह में ही हमने कैबिनेट की मीटिंग बुलाकर समेकित थरुहट विकास अभिकरण का गठन किया।

हरनाटांड में एक मीटिंग हुई थी, जिसमें हमें यह मालूम हुआ था कि थारू समाज के लोगों को आदिवासी का दर्जा मिलने की मांग उठती रही है। उन्होंने कहा कि थरुहट विकास अभिकरण को वित्तीय वर्ष 2010-11 से 2017-18 तक 97 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये गये, जिसमें 260 योजनाओं पर काम शुरू किया गया, जिसमें 239 योजनायें पूरी हो गयी है।

वित्तीय वर्ष 2018-19 में 27 करोड़ 61 लाख रूपये का प्रावधान किया गया है और आज तक 125 करोड़ रुपये विभिन्नविकास योजनाओं के लिए उपलब्ध कराया जा चुका है। विकास यात्रा पर जब हम आये थे, तब उस समय 5 अनुसूचित जनजातीय विद्यालय बनाने का निर्णय लिया था, जिसमें अब तक 4 का उद्घाटन भी हो चुका है। इसके लिए 59 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये गये।

इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने बाल्मीकिनगर व्याघ्र आरक्ष के भ्रमण के क्रम में पर्यावरण एवं वन विभाग द्वारा बाल्मीकिनगर व्याघ्र आरक्ष अंतर्गत वन्य प्राणियों के अनुश्रवण हेतु हाथी शेड का लोकार्पण किया। इसके पश्चात बड्र्स ऑफ उदयपुर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी नामक पुस्तिका और एक पृथ्वी, शिक्षा द्वारा प्रकृति संरक्षण नेतृत्व मार्गदर्शिका 2018 का विमोचन किया।

अधिक जानकारियों के लिए यहां क्लिक करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

4 × 4 =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।