भारत के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह 08 जनवरी, 2025 को दिल्ली में मालदीव के रक्षा मंत्री श्री मोहम्मद घासन मौमून के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। बैठक के दौरान दोनों मंत्री, मालदीव के राष्ट्रीय रक्षा बलों की क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ रक्षा उपकरणों की आपूर्ति के लिए प्रशिक्षण, नियमित अभ्यास, रक्षा परियोजनाओं, कार्यशालाओं और सेमिनारों सहित द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान मालदीव रक्षा मंत्री गोवा और मुंबई भी जाएंगे। आपकों बता दें, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की मांग पर भारत द्वारा अपने सैन्य कर्मियों को मालदीव से वापस बुलाए जाने के करीब 8 महीने बाद द्वीपीय देश के मंत्री यहां की यात्रा पर आ रहे हैं।
दोनों देशों के बीच गहरे संबंध
भारत और मालदीव आध्यात्मिक, ऐतिहासिक, भाषाई और जातीय संबंध साझा करते हैं। मालदीव भारत की ‘पड़ोस पहले’ नीति में एक विशेष स्थान रखता है जिसका उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में स्थिरता और समृद्धि लाना है। दोनों देश आईओआर की सुरक्षा और संरक्षा बनाए रखने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं और इस प्रकार से क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास के भारत के दृष्टिकोण (एसएजीएआर) में योगदान देते हैं।
गोवा और मुंबई भी जाएंगे मौमून
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आठ जनवरी को नई दिल्ली में मौमून के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इसने कहा कि दोनों मंत्री मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण, अभ्यास और रक्षा परियोजनाओं के साथ-साथ रक्षा उपकरणों की आपूर्ति सहित द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करेंगे। मंत्रालय ने कहा, मालदीव, भारत की पड़ोसी प्रथम नीति में विशेष स्थान रखता है। इस नीति का उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि लाना है। घासन मौमून गोवा और मुंबई भी जाएंगे।