प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि डे-केयर कैंसर केंद्रों की स्थापना और डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि हर व्यक्ति तक गुणवत्तापूर्ण इलाज पहुंचे।
वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बजट-पश्चात वेबिनार में बोल रहे थे। उन्होंने केंद्रीय बजट में घोषित स्वास्थ्य पहलों को लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे अधिकतम लोगों को इनका लाभ मिल सके।
सभी जिला अस्पतालों में डे-केयर कैंसर सेंटर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डे-केयर कैंसर केंद्रों और डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं के विकास से बेहतर इलाज और देखभाल को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना संभव होगा।
केंद्रीय बजट 2024-25 में वित्त मंत्री ने घोषणा की थी कि देश के सभी जिला अस्पतालों में डे-केयर कैंसर सेंटर स्थापित किए जाएंगे। 2025-26 तक लगभग 200 नए सेंटर खोलने का लक्ष्य रखा गया है।
टेलीमेडिसिन और डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
पीएम मोदी ने बताया कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में टेलीमेडिसिन सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है, जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों में भी लोग विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श ले सकें।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देशभर में 31,000 से अधिक पीएचसी सक्रिय हैं, जहां ग्रामीण, पहाड़ी, आदिवासी और रेगिस्तानी इलाकों में 40,000 से अधिक डॉक्टर और चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं।
मेडिकल शिक्षा में बड़ा सुधार
प्रधानमंत्री मोदी ने मेडिकल शिक्षा के विस्तार पर जोर देते हुए कहा कि इस बजट में 10,000 नई मेडिकल सीटें जोड़ी जाएंगी। अगले पांच वर्षों में 75,000 सीटें बढ़ाने का लक्ष्य है, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
‘हील इन इंडिया’ पहल से बढ़ेगा मेडिकल पर्यटन
पीएम मोदी ने कहा कि ‘हील इन इंडिया’ पहल से भारत में मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। भारत को वैश्विक स्वास्थ्य सेवा केंद्र बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने योग और स्वास्थ्य पर्यटन की क्षमता को पूर्ण रूप से उपयोग करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। प्रधानमंत्री के अनुसार, पर्यटन क्षेत्र भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 10% योगदान दे सकता है और इससे करोड़ों युवाओं को रोजगार मिलेगा।
युवाओं के लिए नई नौकरियों के अवसर होंगे पैदा
पीएम मोदी ने कहा कि इन पहलों से देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा, जिससे हर नागरिक को बेहतर इलाज मिलेगा और युवाओं के लिए नई नौकरियों के अवसर भी पैदा होंगे। उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र के हितधारकों से मेडिकल पर्यटन को बढ़ावा देने में निवेश करने का आग्रह किया।