देश-दुनिया के श्रद्धालु महाकुंभ 2025 में शामिल होने के लिए प्रयागराज पहुंचेंगे। वो लोग ठहरने के लिए ऑनलाइन होटल बुक कर रहे हैं। ऐसे में कई लोगों के साथ ठगी हुई है। पीड़ित लोग साइबर थाने में मामला दर्ज करा रहे हैं। मेला प्रशासन ने अपील की है कि फर्जी वेबसाइट और फर्जी टेंट बुकिंग से सावधान रहें। मेले में प्रयागराज आने वालों और खासकर ऑनलाइन होटल लॉज, धर्मशाला, टेंट बुक करने वालों को सावधान रहना होगा। ऐसी दर्जनों वेबसाइट चल रही हैं। होटल और टेंट बुकिंग के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही है।
बड़े होटलों के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी
कई बड़े होटलों ने बकायदा थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि उनके नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर श्रद्धालुओं से ठगी की जा रही। उनके नाम पर क्यूआर कोड के जरिए भी ठगने की कोशिश की जा रही। ऐसी 44 वेबसाइट के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने वाली है। पुलिस ने 54 वेबसाइटों को बंद भी कराया है।
फर्जी फोन नंबरों का कर रहे इस्तेमाल
साइबर थाने के अधिकारियों का कहना है कि वेबसाइट ही नहीं, ये अपराधी फर्जी फोन नंबरों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इसका अंदाजा नहीं लगा है कि पूरा रैकेट किस स्तर तक पहुंचा है। लोगों से भी सावधान रहने की अपील की गई है।
ऐसे करें फर्जी वेबसाइट की पहचान
-
ठग असली वेबसाइट से मिलता-जुलता नाम रखते हैं। इनमें नाम में किसी एक अल्फाबेट या अक्षर का अंतर होता है।
-
अच्छी तरह से यूआरएल की जांच करें।
-
वेबसाइट का यूआरएल https:// से शुरू और लॉक आइकन होना चाहिए।
-
सिर्फ सरकारी या प्रमाणित एजेंसियों से ही बुकिंग करनी चाहिए।
-
बुकिंग के नाम पर वेबसाइट या व्हाट्सएप से मिले एपीके फाइल को इंस्टॉल नहीं करें।