कोलकाता में कांग्रेस ने ‘जय हिंद शाबाश यात्रा’ का आयोजन किया, जिसमें स्वामी विवेकानंद के घर से नेताजी स्टैच्यू तक यात्रा निकाली गई। इस यात्रा का उद्देश्य सेना के शौर्य और मनोबल को सम्मानित करना था। कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि यह यात्रा राजनीति से परे है, और केंद्र सरकार से पहलगाम हादसे और सीजफायर पर सवाल उठाए।
पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से मंगलवार को उत्तर कोलकाता में ‘जय हिंद शाबाश यात्रा’ निकाली गई। यह यात्रा स्वामी विवेकानंद के पैतृक घर से श्यामबाजार के फाइव प्वाइंट नेताजी स्टैच्यू तक गई। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव गुलाम अहमद मीर ने समाचार एजेंसी को बताया कि ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी और वर्किंग कमेटी में यह पहले ही तय हुआ कि देश के करीब 35 बड़े शहरों में ‘जय हिन्द सभा’ और ‘जय हिन्द यात्रा’ का आयोजन होगा। इसका साफ मतलब यह है कि हम अपने देश के जवानों के मनोबल को ऊंचा करने के लिए ये यात्रा निकाल रहे हैं।
सेना के सम्मान में कांग्रेस ने निकाली ‘जय हिंद’ यात्रा
उन्होंने कोई राजनीतिक मंशा नहीं होने का जिक्र करते हुए कहा, इसमें कोई वोट बटोरने की या कोई सियासत की बात नहीं है। केंद्र सरकार से सवाल पूछते हुए उन्होंने कहा, हम देश की सरकार से दो-तीन सवाल पूछ रहे हैं कि पहलगाम में जो हादसा हुआ उसमें शामिल लोग कहां गए, यह देश जानना चाहता है। भारत और पाकिस्तान की तरफ से जो सीजफायर हुआ, वह भी हमारी तरफ से नहीं बल्कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से हुआ, ऐसा क्यों? कश्मीर मुद्दा अब तक दो देशों के बीच का मुद्दा था लेकिन ट्रंप के जरिए थर्ड पार्टी को इन्वॉल्व किया गया, पीएम मोदी इस पर कुछ बोलें।
The @INCWestBengal today organized the ‘Jaihind Sabhash’ rally in Kolkata under the leadership of AICC Gen Secy Incharge @GAMIR_INC ji and WBPCC President @subhankar_cong ji.
📍West Bengal pic.twitter.com/vKxaXBybgc
— Congress (@INCIndia) May 27, 2025
यात्रा के दौरान जमकर हुई नारेबाजी
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी देशभर में जय हिंद यात्रा निकाल रही है। इसी के तहत पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भी यात्रा निकाली गई। इसी के तहत पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सेना के शौर्य के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करने के लिए यह रैली निकाली। इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय नेता गण के साथ एक्स सर्विसमेन भी मौजूद थे।