उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ में हुई भगदड़ को “दुर्भाग्यपूर्ण हादसा” बताया। उन्होंने कहा कि संगम तट पर हुए इस हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक मृतक के परिवार को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि इस मामले की न्यायिक जांच होगी, और न्यायिक आयोग समय सीमा के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगा। उन्होंने मुख्य सचिव और डीजीपी को प्रयागराज भेजने के निर्देश दिए, ताकि आगे के स्नान और व्यवस्थाओं की समीक्षा की जा सके।
30 लोगों की गई जान, कई घायल
सीएम योगी ने जानकारी दी कि इस भगदड़ में 90 से अधिक लोग गंभीर या सामान्य रूप से घायल हुए, जबकि 30 लोगों की जान चली गई। वर्तमान में 36 घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है, जबकि शेष घायलों को उनके परिवार अपने साथ ले गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने राहत और बचाव कार्य में तत्परता से काम किया और सभी संभव सुविधाएं मुहैया कराई गईं।
#WATCH | On Mahakumbh stampede, Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath says “The incident is heart-wrenching. We express our deepest condolences to all those families who lost their loved ones. We have been in constant touch with the administration since last night. The Mela Authority,… pic.twitter.com/3dsSeVxmOg
— ANI (@ANI) January 29, 2025
जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं – सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा, “यह घटना अत्यंत दुखद है। जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं। दुर्भाग्य से यह हादसा कुंभ के मुख्य स्नान के दौरान हुआ, जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज में इकट्ठा हुए थे।” उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा मार्ग खाली कराने के प्रयास पहले से ही चल रहे थे, लेकिन भारी भीड़ के कारण यह हादसा हो गया।
स्नान स्थगित
मेला प्रशासन के अनुरोध पर अखाड़ों ने अमृत स्नान को स्थगित कर दिया, जो सुबह 4 बजे शुरू होना था। इसके बाद दोपहर में अमृत स्नान पुनः शुरू हुआ, जिसमें सभी अखाड़े शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि घटना की तह तक जाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
न्यायिक जांच और समिति का गठन
सीएम योगी ने हादसे की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई है, जिसमें पूर्व उच्च स्तरीय अधिकारी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस बीके सिंह शामिल होंगे। समिति इस बात की जांच करेगी कि यह हादसा क्यों और कैसे हुआ। पुलिस भी इस घटना की जांच करेगी और सभी तथ्य जुटाएगी।
भगदड़ में 30 मृतकों में से 25 की पहचान हो चुकी है – डीआईजी
डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि भगदड़ में 30 मृतकों में से 25 की पहचान हो चुकी है, जबकि शेष पांच की पहचान की जा रही है। 36 घायलों का इलाज मेडिकल अस्पताल में जारी है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है, जिसके माध्यम से घायल व्यक्तियों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
हादसे का कारण
यह भगदड़ उस समय हुई, जब श्रद्धालु और संत संगम पर पवित्र स्नान के लिए जा रहे थे। टेंट सिटी में अचानक उमड़ी भीड़ और बैरिकेड्स तोड़ने के कारण अफरा-तफरी मच गई, जिससे यह हादसा हुआ। फिलहाल स्थिति सामान्य है और प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ काम कर रहा है।
सरकार पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करेगी – मुख्यमंत्री योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह हादसा बेहद दुखद है और सरकार पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करेगी। उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कुंभ मेले की व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने पर जोर दिया।