छत्तीसगढ़ पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में तीन व्यक्तियों–रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और महेंद्र–को गिरफ्तार किया है। ऑपरेशन के बारे में बात करते हुए बस्तर के महानिरीक्षक (आईजी) पी सुंदरराज ने कहा कि ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की भूमिका की भी जांच की जा रही है। रितेश चंद्राकर और महेंद्र ने मुकेश चंद्राकर को मारा और दिनेश चंद्राकर ने सबूत छिपाने की कोशिश की। ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की भूमिका की भी जांच की जा रही है और उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी…आगे की जांच चल रही है…तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है…घटना की आगे की जांच के लिए ग्यारह सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है।
पुलिस ने बताया कि 1 जनवरी से लापता बीजापुर के एक पत्रकार की तलाश दुखद रूप से समाप्त हो गई, जब शुक्रवार को जिले में एक निजी ठेकेदार के परिसर में एक सेप्टिक टैंक में उसका शव मिला। गौरतलब है कि मुकेश चंद्राकर उन वार्ताकारों में से एक थे, जिन्होंने 2021 में बीजापुर में एक मुठभेड़ के बाद नक्सलियों द्वारा अपहृत सीआरपीएफ कांस्टेबल की रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह बस्तर में नक्सली हमलों, मुठभेड़ों और अन्य मुद्दों को सक्रिय रूप से कवर कर रहे थे।
हाल ही में चंद्राकर ने सड़क निर्माण में कथित भ्रष्टाचार पर एक स्टोरी की थी। इससे पहले आज छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के आरोपी फरार कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर को पकड़ने के लिए 11 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। संवाददाताओं से बात करते हुए शर्मा ने कहा कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर बस्तर में शांति स्थापित करने और नक्सलवाद से निपटने के प्रयासों पर रिपोर्टिंग कर रहे थे।
11 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री ने कहा, मुकेश चंद्राकर बस्तर में शांति स्थापित करने और बस्तर से नक्सलवाद को खत्म करने के लिए अंदरूनी बस्तर, बस्तर जंक्शन के इलाकों को कवर कर रहे थे। यह हत्या कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर की साजिश के तहत हुई, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और एफआईआर दर्ज की। 11 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है। उन्होंने कहा, उनके (सुरेश चंद्राकर) सभी अवैध ठिकानों पर भी कार्रवाई की जा रही है, उनके बैंक खातों को जब्त कर लिया गया है… फरार कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर को पकड़ने के लिए चार टीमें बनाई गई हैं। हम चार सप्ताह में जांच पूरी कर लेंगे और इसे अदालत में दाखिल करेंगे।