ChatGpt और DeepSeek AI टूल्स से डेटा और दस्तावेजों को हो सकता है खतरा - Punjab Kesari
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ChatGpt और DeepSeek AI टूल्स से डेटा और दस्तावेजों को हो सकता है खतरा

AI टूल्स से सरकारी डेटा की गोपनीयता को खतरा: वित्त मंत्रालय

भारत के वित्त मंत्रालय ने अपने कर्मचारियों से कहा कि वे आधिकारिक काम के लिए चैटजीपीटी और डीपसीक जैसे आर्टिफिशियल इटेलिजेंस AI टूल का इस्तेमाल न करें। जारी की गई एडवाइजरी में चेतावनी दी गई है कि ये टूल गोपनीय A सरकारी डेटा और दस्तावेजों के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं। वित्त मंत्रालय की एडवाइजरी के अनुसार, यह निर्धारित किया गया है कि ऑफिस के कंप्यूटर और डिवाइस में AI टूल और AI ऐप जैसे चैटजीपीटी और डीपसीक सरकारी डेटा और दस्तावेजों की गोपनीयता के लिए जोखिम पैदा करते हैं।

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प्रबंधित किए जा सकते है AI टूल्स

आईटी मंत्रालय ने कहा था कि डीपसीक जैसे AI टूल्स से संबंधित गोपनीयता चिंताओं को भारतीय सर्वरों पर ओपन-सोर्स मॉडल की मेजबानी करके प्रबंधित किया जा सकता है। बता दें कि डीपसीक, एक चीन का AI ऐप है, जो दुनिया भर में स्क्रूटनी का सामना कर रहा है। डच अधिकारियों ने इसकी गोपनीयता नीतियों की जांच शुरू की, जिसमें सवाल उठाया गया कि इससे यूजर्स के पर्सनल डेटा को कैसे संभालता है। अन्य देश भी डीपसीक पर इसी तरह की जांच कर रहे हैं।

दक्षिण कोरियाई ने जताई चिंता

दक्षिण कोरियाई के वित्त मंत्रालय ने डेटा संग्रह पर चिंताओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वह चीन के AI टूल्स डीपसीक तक पहुंच को अवरुद्ध करेंगे। दक्षिण कोरियाई के अधिकारी ने कहा कि घरेलू और विदेशी स्तर पर डीपसीक के बारे में उठाई गई कई तकनीकी चिंताओं के कारण, हम बाहरी नेटवर्क से जुड़े कंप्यूटरों पर सेवा के लिए डीपसीक की पहुंच को अवरुद्ध करने की योजना बना रहे हैं। बता दें कि एक दिन पहले, दक्षिण कोरिया के विदेश, व्यापार और रक्षा मंत्रालयों के कंप्यूटरों पर डीपसीक तक पहुंच प्रतिबंधित कर दी गई थी।

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