झांसी-मिर्जापुर हाइवे पर मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना देखने को मिली हैं, जब एक युवक नौकरी की तलाश में अपने घर से बैग लेकर दिल्ली के निकला ही था कि छतरपुर जिला के हरपालपुर झांसी-मिर्जापुर हाइवे एक चार पहिया वाहन ने कुचल दिया जिससे युवक की तुरंत मौत हो गई। मौत के बाद युवक का शव कई घंटों तक सड़क पर पड़ा रहा जबकि यूपी-एमपी की पुलिस सीमा विवाद के कारण करवाई करने की बजाय आपस में झगड़ती रही। जबकि मृतक के परिजन करवाई की मांग को लेकर गिड़गिड़ाते रहे और पुलिस अपनी अमानवीयता दिखाती रही।
उत्तर प्रदेश के ग्राम सौरा थाना महोबाकंठ के निवासी राहुल पिता रतन अहिरवार अपने गांव से निकले ही थे, मृतक के गांव से कुछ ही दूर झांसी-मिर्जापुर हाइवे को पार करते समय चार पहिये वाहन ने उसे टक्कर मार दी जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर तो पहुंची लेकिन यूपी-एमपी की सीमा विवाद के कारण शव को लेने से इंकार कर दिया, जिसके बाद परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया तब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया